एसएमयूपीन्यूज,लखनऊ ।उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (STF) ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चिनहट क्षेत्र के मल्हौर रोड से फर्जीवाड़ा करने वाले सिस्टेंट प्रोफेसर विपिन कुमार यादव को गिरफ्तार किया। आरोपी उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग की असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा में अभ्यर्थियों को झांसा देकर पैसे ऐंठ रहा था।

भोले-भाले अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने की मिली सूचना

अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि हाल के दिनों में सूचना मिली थी कि कुछ गिरोह असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में पास कराने के नाम पर भोले-भाले अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूल रहे हैं। इसी के आधार पर STF की टीम ने जांच शुरू की और चिनहट के मल्हौर रोड स्थित आईसीएआर राष्ट्रीय मत्स्य आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो के पास से आरोपी विपिन को दबोच लिया।

अभ्यर्थियों से पैसे और उनके एडमिट कार्ड भी लेता था

पूछताछ में पता चला कि विपिन कुमार यादव वर्ष 2022 में खुद असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुआ था और वर्तमान में केकेसी कॉलेज, लखनऊ में कार्यरत है। उसने अपने कॉलेज की प्रतिष्ठा का दुरुपयोग करते हुए परीक्षार्थियों को यह भरोसा दिलाया कि वह शिक्षा आयोग में अंदर तक सेटिंग रखता है और परीक्षा में पास करवा सकता है। इसके बदले में वह अभ्यर्थियों से पैसे और उनके एडमिट कार्ड भी लेता था।

अभ्यर्थियों से संबंधित एडमिट कार्ड जब्त किए

हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी ने ‘अनिल यादव’ के नाम से एक फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा था और इसी नाम से खुद को उत्तर प्रदेश शिक्षा आयोग का अधिकारी बताकर लोगों को भ्रमित करता था। उसकी बातों में आकर कई अभ्यर्थी उसके झांसे में आ गए।गिरफ्तारी के समय STF ने उसके पास से ₹1 लाख नकद, फर्जी दस्तावेज, और अभ्यर्थियों से संबंधित एडमिट कार्ड जब्त किए हैं।

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साथियों की संलिप्तता की भी बात सामने आ रही

आरोपी से पूछताछ में उसके कुछ और साथियों की संलिप्तता की भी बात सामने आ रही है, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।वर्तमान में विपिन को आगे की कार्रवाई के लिए चिनहट थाने के सुपुर्द कर दिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।

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