लखनऊ । राजधानी के प्रतिष्ठित आईसीआईसीआई बैंक में नकली नोट जमा होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 3 अप्रैल को बैंक में पांच सौ रुपये के 100 नकली नोट जमा हुए थे, जिनकी पहचान बैंक कर्मचारियों ने कैश गिनती के दौरान की। यह नकदी ‘रॉयल किंग लिकर’ नामक शराब कंपनी के खाते में जमा कराई गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बैंक के आईसीएमसी हेड संदीप श्रीवास्तव की तहरीर पर महानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

शराब कंपनी के खाते में 1.76 करोड़ जमा, पकड़े गए नकली नोट

महानगर पुलिस के अनुसार, ग्रेटर नोएडा स्थित हंसराज टावर एनआर पार्क के रॉयल किंग लिकर के खाते में एक साथ 1.76 करोड़ रुपये नकद जमा कराए गए थे। गिनती के दौरान जब पांच सौ रुपये के नोटों की जांच की गई तो उनमें से 100 नोट नकली पाए गए। बैंक अधिकारियों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।पुलिस का कहना है कि सभी नकली नोटों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। साथ ही, यह पता लगाने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है कि ये जाली नोट कंपनी तक कैसे पहुंचे और इनकी आपूर्ति कहां से हुई।

नकली नोटों का नेटवर्क तलाशने में जुटी पुलिस

पुलिस सूत्रों की मानें तो शहर के आउटर इलाकों में पहले पेट्रोल पंपों पर फटे व जाली नोट चलाने की घटनाएं आम थीं। अब नकली नोटों का चलन शराब की दुकानों, बार और स्पा सेंटर्स तक फैल गया है। ऐसे स्थानों पर लेनदेन में गहन जांच-पड़ताल नहीं होने का लाभ उठाकर नकली नोटों का प्रचलन बढ़ा है।

यह भी पढ़े : पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनज़र यूपी में सतर्कता बढ़ी, डीजीपी ने जारी किया दिशा निर्देश

प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि शराब की दुकानों पर नकली नोटों को चलाकर एकत्रित किया गया और फिर उसे कंपनी ने एकमुश्त बैंक में जमा करा दिया, जो बैंक की जांच प्रक्रिया में पकड़ में आ गए।पुलिस नकली नोटों की इस पूरी श्रृंखला के पीछे संगठित गिरोह की भूमिका की भी जांच कर रही है। शराब कंपनी के कर्मचारियों और कैश जमा करने वाले एजेंट्स से पूछताछ शुरू कर दी गई है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *