लखनऊ । साइबर ठगों का गिरोह जो खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनियों का अधिकारी बताकर देशभर में भोले-भाले कार्ड धारकों से करोड़ों की ठगी कर रहा था, आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। लखनऊ साइबर क्राइम सेल और गाजीपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने दिल्ली के राजौरी गार्डन से दो अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया।गिरफ्तार आरोपियों के पास से 12 स्मार्टफोन, 10 कीपैड मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेज व डाटा शीट्स बरामद की गई हैं।

पांच अक्टूबर को विशाल के साथ हुई थी 3,37,401 की साइबर ठगी

पुलिस उपायुक्त अपराध कमलेश दीक्षित ने बताया कि गाजीपुर थाना क्षेत्र निवासी विशाल भट्टी ने शिकायत दी थी कि 5 अक्टूबर 2024 को एक्सिस बैंक अधिकारी बनकर किसी ने फर्जी लिंक भेजा और कार्ड डिटेल व ओटीपी लेकर 3,37,401 की साइबर ठगी की गई। इस पर थाना गाजीपुर में मुकदमा दर्ज कर त्वरित जांच शुरू हुई। साइबर सेल की तकनीकी निगरानी और सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंच बना ली गई।

लिमिट बढ़वाइए, रिवॉर्ड पाइए’ का झांसा देकर करते थे ठगी

गिरफ्तार आरोपियों आमिर अंसारी और अमन कपूर ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे और उनके अन्य साथी जैसे भरत जैन, पंकज जैन आदि क्रेडिट कार्ड कंपनी के अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे। कार्ड लिमिट बढ़ाने, रिवॉर्ड पॉइंट देने या कार्ड ब्लॉक होने जैसी बातों का हवाला देकर भरोसे में लेते और व्हाट्सएप व अन्य माध्यमों से फर्जी लिंक भेजते थे।लिंक खोलने पर यूजर को बैंक का हूबहू नकली पेज दिखता था, जहां लोग अपनी संवेदनशील जानकारी भरते थे जैसे कार्ड नंबर, CVV, OTP आदि। ये सारी जानकारी ठगों के पैनल पर पहुंच जाती थी।

ऑनलाइन मंगाते थे गोल्ड क्वॉइन और महंगे आइटम

जैसे ही कार्डधारक OTP दर्ज करते, आरोपी अमेजन, फ्लिपकार्ट, नोब्रोकर, ब्लिंकिट आदि साइट्स से महंगे उत्पाद अपने सहयोगियों के पते पर ऑर्डर कर देते थे। सामान की डिलीवरी के बाद उसे बेचकर पैसे को आपस में बांट लिया जाता था। यह काम बहुत दिनों से करते चले आ रहे है। इनके द्वारा कबूल किया गया कि इन्होंने ने ही विशाल के साथ साइबर ठगी की थी। डीसीपी ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर अपराध पर पुलिस की सतत निगरानी और तत्परता का प्रमाण है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी फोन या मैसेज पर साझा न करें।

तीसरा आरोपी फरार, कई राज्यों में दर्ज हैं केस

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम आमिर अंसारी, पुत्र सलीम अंसारी, निवासी मादीपुर कॉलोनी, पंजाबी बाग, दिल्ली (उम्र 27 वर्ष, शिक्षा: 10वीं पास),अमन कपूर, पुत्र स्व. प्रदीप कपूर, निवासी वेस्ट पटेल नगर, दिल्ली (उम्र 32 वर्ष, शिक्षा: 12वीं पास) है। इसमें तीसरा आरोपी सिकंदर अंसारी, फिलहाल फरार है और उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इन मोबाइल नंबर्स और डिवाइस से संबंधित शिकायतें एनसीआरपी पोर्टल पर देशभर के कई राज्यों में दर्ज हैं। संबंधित राज्यों से संपर्क कर आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

इस सफल कार्रवाई में प्रमुख भूमिका निभाई

-अमरेन्द्र कुमार सेंगर (पुलिस आयुक्त, लखनऊ)

-अमित वर्मा (संयुक्त पुलिस आयुक्त – अपराध)

-कमलेश दीक्षित (पुलिस उपायुक्त – अपराध)

-गोपाल कृष्ण चौधरी (पुलिस उपायुक्त – उत्तरी)

-किरन यादव (अपर पुलिस आयुक्त – अपराध)

– जितेन्द्र दुबे (अपर पुलिस आयुक्त – उत्तरी)

-अभिनव सिंह (सहायक पुलिस आयुक्त – साइबर क्राइम सेल)

-अनिद्य विक्रम सिंह (सहायक पुलिस आयुक्त – गाजीपुर)

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