लखनऊ । राजधानी के गोसाईगंज थानाक्षेत्र में युवती के साथ गैंगरेप मामले को डीसीपी ने गंभीरता पूर्वक से लेते हुए दो चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच एडीसीपी को सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार और घूसखोरी का भी इन पर आरोप है। साथ ही युवती के साथ गैंगरेप मामले में दोनों चौकी इंचार्ज द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है।

खुजौली और जेल चौकी इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप

बता दें कि गोसाईगंज में युवती से गैंगरेप खबर वायरल होने के बाद दर्ज हुआ केस,अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने दर्ज किया केस,पिता की तहरीर पर दो लोगों को किया गिरफ्तार,लापरवाही पर डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने की कार्रवाई,मोहनलालगंज के खुजौली चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर,गोसाईगंज के जेल चौकी इंचार्ज को भी हटाया गया,DCP ने पूरे मामले की जांच ADCP को सौंपी है। साथ ही सप्ताह भर के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है।

यह रहा पूरा प्रकरण, जिसमें की गई कार्रवाई

मोहनलालगंज इलाके में मानसिक रूप से कमजोर दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना के बाद भाग रहे एक आरोपी को ग्रामीण ने पकड़ किया जबकि उसका साथी भाग निकला। शिकायत मोहनलालगंज व गोसाईंगंज पुलिस से की गई तो दोनों थानों की पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। शनिवार को युवती के पिता ने मोहनलालगंज में आयोजित समाधान दिवस में एडीएम के सामने शिकायत की। तब जाकर पुलिस ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की। इस प्रकारण में खुलौजी चौकी प्रभारी और जेल चौकी प्रभारी द्वारा पीड़िता की फरियाद नहीं सुनीं।

राजधानी में महिलाएं नहीं सुरक्षित, चौबीस घंटे के अंदर तीन से दरिंदगी

यूपी की राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा भले ही बड़े-बड़े दावे किये जा रहे है लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल से उलट है। बेटियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस कितना गंभीर है इसका अंदाजा राजधानी में चौबीस घंटे के अंदर हुई तीन दुष्कर्म की घटनाओं से आसानी से लगाया जा सकता है। दरिंदगी का शिकार होने वाली दो किशोरियां भी शामिल है। राजधानी के अंदर इस तरह से घटने वाली घटनाओं से बहन व बेटियां अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही है।

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