लखनऊ ।यूपी के बाराबंकी जनपद सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम उधौली मे एक दूल्हे को बिना दुल्हन के घर वापस लौटना पड़ा। जयमाला हुई, सात फेरे हुए, लेकिन इसके विदाई के समय देवता न मिलने पर वधू पक्ष के लोगों ने विदाई से इंकार कर दिया। दोनो पक्षों के बीच विदाई को लेकर हुए विवाद के बाद पहुंची पुलिस ने एक दूसरे का लेनदेन वापस कराकर समझौता करा दिया है।

वर पक्ष के देवता अलग अलग होने को लेकर हुआ विवाद

बताते चलें कि गत 2 मार्च की शाम को असन्द्रा थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे तेलमहा पारा इब्राहिमपुर निवासी बालकराम के पुत्र आशीष कुमार की बारात गाजे बाजे के साथ सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम उधौली निवासी स्व0 गिरधारी लाल के यहां आयी थी। द्वार पूजा वरमाला सहित सभी वैवाहिक कार्यक्रम निपटने के बाद विदाई के समय वधू रंजना कुमारी उर्फ़ शिवरंजना ने विदा होने से इंकार करते हुए कहा कि हमारे एवं वर आशीष के देवता अलग अलग हैं।

वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान दूल्हे ने शराब पी रखी थी

इस बात पर दोनों पक्षों में बहस होने लगी और वधू पक्ष ने शादी करने से इंकार कर दिया। दोनों पक्षों के बीच जमकर वाद विवाद होने लगा और मामला पुलिस तक पहुंच गया। वर पक्ष का कहना है कि वधू पक्ष के लोग जेवर हड़पने की नीयत से देवता एक न होने की बात कहकर विदाई नहीं कर रहे हैं वहीं वधू पक्ष का कहना है कि वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान दूल्हे ने शराब पी रखी थी।

दूल्हे के कोट में कुलदेवता की चमड़े की तस्वीर देख बिफर पड़ी दुल्हन

बारात के स्वागत सत्कार से लेकर द्वारचार एव जयमाल तक सभी कार्यक्रम धूमधाम से चल रहे थे रात्रि करीब साढ़े 12 बजे अचानक दूल्हे के कोट की जेब में कुलदेवता की चमड़े की तस्वीर देख दुल्हन रंजना बिफर पड़ी और देवता अलग अलग होने की बात कहते हुए शादी से इंकार कर दिया। तमाम प्रयासों के बाद भी बात न बनने पर मामला सोमवार की सुबह थाना सफदरगंज पहुंच गया। प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह के तमाम प्रयास के बाद एक दूसरे के सामान वापसी के बाद बिन दुल्हन के बारात वापस हो गयी।

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