लखनऊ । थाना गोसाईगंज पुलिस द्वारा ग्राम कपेरा मदारपुर में मिले वृद्ध महिला के शव की घटना का सफल अनावरण करते हुए एक शातिर हत्यारोपी अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक लोहे की रॉड व ईंद का अद्धा बरामद किया है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि बुजुर्ग महिला ने एक खंडहर में पेशाब करने से मना करने के साथ-साथ उसे गाली दी। जिसे वह सहन नहीं कर पाया और मौत के घाट उतार दिया।
16 मार्च को बुजुर्ग महिला का खंडहर में मिला था शव
15 मार्च को मनोज पुत्र जगमोहन निवासी ग्राम कपेरा मदारपुर थाना गोसाईगंज लखनऊ द्वारा थाना स्थानीय पर प्रा०पत्र बावत अपनी मां जगराना उम्र करीब 62 वर्ष का सुबह करीब 9 बजे घर से सामान लेने के लिये जाना एवं वापस घर न आने के सम्बन्ध में गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी।
पुलिस द्वारा गुमशुदगी की जांच की जा रही थी कि 16 मार्च की दोपहर करीब 3 बजे गुमशुदा जगराना उपरोक्त का शव गांव के ही शिवशंकर जायसवाल के खण्डहर पड़े मकान के अन्दर पड़ा मिला था। जिसके उपरान्त मृतका जगराना के पतिजगमोहन द्वारा थाना स्थानीय पर तहरीर देकर गांव के ही आशाराम पुत्र गयाप्रसाद निवासी ग्राम कपेरा मदारपुर थाना गोसाईगंज व अन्य 2-3 अज्ञात अभियुक्तों को शक के आधार पर नामजद करते हुए हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
मृतका के पति से नामजद आरोपी से चला आ रहा था आपीस मनमुटाव
विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि मृतका के पति जगमोहन एवं नामजद आरोपी आशाराम उपरोक्त के मध्य आपसी मनमुटाव चलता था। आरोपी आशाराम शराब पीने का आदी था, जिसकी होली वाले दिन मृतका के लड़के मंशाराम से कहासुनी हुई थी एवं 2-3 साल पहले भी आरोपी आशाराम के द्वारा अपनी बकरी चोरी का आरोप मृतका के लड़के मंशाराम पर लगाते हुए थाने में शिकायत की गयी थी।
इन्ही सब कारणों से वादी मुकदमा के द्वारा अपनी पत्नी जगराना की हत्या का आरोप आशाराम पर बाइस्तवाह के रूप में लगा दिया गया था। गांववालों से जानकारी करने एवं घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर आरोपी आशाराम की घटना में संलिप्तता का नहीं पायी जा रही थी।
बुजुर्ग महिला घटना वाले दिन परचून की दुकान से लेने गई थी सामान
घटनास्थल के पास ही रामप्रकाश वर्मा की परचून की दुकान स्थित है, जहां पर घटना वाले दिन मृतका सामान लेने गयी थी। पुलिस द्वारा दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज प्राप्त कर गहनता से अवलोकन किया गया तो फुटेज में गांव का ही एक युवक घटना के समय संदिग्ध रूप से हरकतें करता हुआ दिखायी दिया।
उसके द्वारा तेज-तेज कदमों से बार-बार घटनास्थल वाली गली में जहां उसका घर भी है, आया जा रहा था एवं वह पसीना पोछते हुए घबराया हुआ दिखायी पड़ रहा था। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि संदिग्ध युवक का नाम तुषाल उर्फ विशाल वर्मा पुत्र गौरीशंकर वर्मा निवासी ग्राम कपेरा मदारपुर थाना गोसाईगंज जनपद लखनऊ है, जो कि घटना के बाद से ही घर से फरार है।
अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का किया गया था गठन
घटना के अनावरण के लिये कई टीम कार्य कर रही थी स्वयं एडीसीपी साउथ व एसीपी गोसाईगंज द्वारा टीमों कोनिर्देश दिया जा रहा था और दोनों अधिकारी स्वयं कई बार घटनास्थल पर पंहुचे थे। टेक्निकल एवं मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्त तुषाल उर्फ विशाल वर्मा पुत्र गौरीशंकर वर्मा निवासी ग्राम कपेरा मदारपुर थाना गोसाईगंज जनपद लखनऊ का नाम विवेचना से प्रकाश में आया, जिसकी गिरफ्तारी हेतु उच्चाधिकारीगणों के आदेश-निर्देश के क्रम में थाना स्थानीय से तीन टीमों, थाना सुशान्त गोल्फ सिटी से 01 टीम एवं सर्विलांस टीम डीसीपी साउथ कार्यालय को लगाया गया था।
अभियुक्त को शनिवार की शाम को मुखबिर की सूचना पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पास लोनी नदी के पुल से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त को लेकर क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया गया। अभियुक्त ने पूरी घटना कैसे कारित की वह बताया, अभियुक्त के बताने के अनुसार उसकी निशानदेही पर मृतका जगराना की हत्या में प्रयुक्त लोहे की एक अदद रॉड एवं एक अदद ईट का अद्धा बरामद किया गया है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने बताई चौकाने वाली बात
गिरफ्तार अभियुक्त तुषाल उर्फ विशाल वर्मा के द्वारा बताया गया कि 15मार्च को होली के अगले दिन मैं अपने घर पर था। मेरे माता पिता मदारपुर चौराहे के पास मिठाई की दुकान चलाते हैं, वे दोनों प्रतिदिन सुबह 5.30-6.00 बजे तक दुकान चले जाते हैं। उस दिन भी जब मेरे माता पिता दुकान चले गये थे तो सुबह करीब 09 बजे मैं अपने घर के बाहर स्थित शिवशंकर जायसवाल के खण्डहर मकान जिसमें एक कमरा व बरामदा बना हुआ है जो कि खुला पड़ा रहता है, उसी के सामने कोने में मैं पेशाब कर रहा था तभी हमारे गांव की रहने वाली जगमोहन की औरत रामप्रकाश चाचा की दुकान की तरफ से खड़न्जे से अपने घर की तरफ जा रही थी। उसने मुझे पेशाब करते देख लिया और रुककर मुझे गाली देने लगी, और मेरी मां को बहुत गन्दी गन्दी गाली दी।
गाली को बर्दाश्त नहीं कर पाया और कर दी हत्या
पहले भी वह एक बार ऐसा कर चुकी थी क्योंकि मैं खण्डहर होने के नाते वहीं पर पेशाब करता हूं। मैनें उससे गाली देने के लिये मना किया तो वह और गालियां देने लगी। मुझे बर्दाश्त नहीं हुआ, मैंने उसका गला पकड़कर अकेले ही खण्डहर के अन्दर खींच ले गया तथा उसे जमीन पर गिराकर कमरे में पड़ी लोहे की रॉड से उसके सिर व मुंह पर मार दिया, वह बेहोश हो गई तो मैनें एक अद्धी ईट उठाकर उसके मुंह पर कई वार कर दिये। मौके पर ही वह मर गयी फिर मैनें उसका पैर खींचकर उसके शव को कमरे में पश्चिमी दीवाल की तरफ छिपाकर रख दिया और उसके शरीर पर पास से मिट्टी उठाकर डाल दिया, जिससे से खून आदि नजर न आये। लोहे की रॉड लेकर मैंने मोटर साईकिल से गांव के बाहर बम्बा में फेंक आया था।