लखनऊ। अन्तर्राज्यीय स्तर पर प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड़ करते हुए दो तस्करों को उषराहार किशनी मार्ग मैनपुरी से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने इनके कब्जे से 405 जिन्दा कछुए , एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड व एक मोबाइल फोन बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम कुलदीप चतुर्वेदी पुत्र स्व. रामनिवास चतुर्वेदी निवासी ग्राम गहवरा पोस्ट तिवना थाना व तहसील मीरगंज बरेली, अमित यादव पुत्र गिरीश यादव निवासी ग्राम अंसारी मोहल्ला पोस्ट बरेली थाना फतेहगंज बरेली है।

इनकी गिरफ्तारी के लिए काफी दिनों से लगी थी एसटीएफ

विगत दिनों से एस०टी०एफ० उ०प्र० को प्रतिबन्धित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की विभिन्न इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था,।

जिसके अनुपालन में दिनेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस०टी०एफ०, उ०प्र० लखनऊ के पर्यवेक्षण में निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह, एस०टी०एफ फील्ड इकाई, कानपुर द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

उत्तराखंड लेकर जा रहे थे कछुआ

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह भाड़े पर गाड़ी चलाते है। इसी दौरान उसकी मुलाकात रूद्रपुर के रहने वाले सन्तोष से हुई। सन्तोष द्वारा ही उनसे प्रतिबन्धित कछुओं की तस्करी करने वाले रूपसिंह निवासी अछल्दा जनपद इटावा के बारे में बताया गया था। बरामद कछुए रूप सिंह द्वारा ही इनको उपलब्ध कराया गया था।

मैनपुरी से रूद्रपुर (उत्तराखण्ड) पहुंचाने के लिये 50,000 रुपये भाड़ा देना तय हुआ था। जिसमें से 20 हजार रूपये एडवांस में मिल चुका था शेष पैसे कछुओं को रूद्रपुर, उत्तराखण्ड पहुँचाने के बाद मिलना था। रूप सिंह व सन्तोष के सम्बन्ध में अन्य जानकारी की जा रही है, जिसके उपरान्त अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।गिरफ्तार अभियुक्तों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत क्षेत्रीय वन अधिकारी मैनपुरी रेंज वन प्रभाग, मैनपुरी में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

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