लखनऊ । डीजीपी प्रशांत कुमार द्वारा शुक्रवार को समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक,पुलिस आयुक्त,परिक्षेत्रिय पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उप महानिरीक्षक,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,पुलिस अधीक्षक,जनपद प्रभारी के साथ विश्व के सबसे बड़े पुलिस संगठन में 60,244 प्रशिक्षु आरक्षी यूपी पुलिस का हिस्सा बनने जा रहे है जिनके प्रशिक्षण की तैयारियों के सम्बन्ध में वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा गोष्ठी की गयी।
आधुनिक तकनीकी उपकरणों की व्यवस्था पूर्व से कर ली जाय
डीजीपी ने निर्देश दिया कि मुख्यालय स्तर से रिक्रूट आरक्षियों के प्रशिक्षण के लिए निर्गत कार्ययोजना का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। सम्बन्धित जनपदो में जहाँ-जहाँ प्रशिक्षण होना है सभी अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षुओ के प्रशिक्षण के दौरान सक्रिय भागीदारी निभाई जाये।प्रशिक्षण के लिए जनपद व कमिश्नरेट को आवटिंत बजट से समस्त आधारभूत सुविधाओं एवं संसाधनों की व्यवस्था पूर्व से सुनिश्चित कर ली जाये। प्रशिक्षण में किसी भी स्तर पर कोई शिथिलता न बरती जाये। आवश्यक आधुनिक तकनीकी उपकरणों की व्यवस्था पूर्व से कर ली जाय।
प्रशिक्षुओं को तीन नये कानूनों की जानकारी उपलब्ध करायी जाय
प्रत्येक प्रशिक्षण सेंटर में मानक के अनुरूप प्रशिक्षक उपलब्ध कराये जाये।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को तीन नये कानूनों की गहनता से जानकारी उपलब्ध करायी जाय।प्रशिक्षुओं को आधुनिक तकनीक से दक्ष बनाने हेतु साइबर क्राइम इत्यादि के बारे में गहनता से जानकारी देते हुये उन्हें प्रशिक्षित किया जाय। भौतिक साक्ष्य संकलन हेतु फॉरेन्सिक विषयों की क्रमबद्ध तरीके से गहन जानकारी दी जाय।महिला प्रशिक्षुओं की सुरक्षा एवं मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाय।
चिकित्सालय की समुचित व्यवस्था कर ली जाये
प्रशिक्षण के दौरान मूलभूत सुविधाओं सहित प्रशिक्षुओ के रहने इत्यादि की समुचित व्यवस्था पूर्व से कर ली जाय।अभ्यर्थियों को व्यवसायिक रूप से दक्ष बनाने एवं आधुनिक तकनीकी ज्ञान से युक्त करने हेतु पर्याप्त संख्या में कम्प्यूटर तथा कम्प्यूटर कक्ष इत्यादि की व्यवस्था कर ली जाय।प्रशिक्षुओं को आम जनता से अच्छे व्यवहार हेतु साफ्ट स्किल और गुड विहैवियर का प्रशिक्षण दिया जाय।प्रशिक्षण के दौरान उपचार हेतु चिकित्सालय की समुचित व्यवस्था कर ली जाये।

अलविदा की नमाज, ईंद, रामनवमी आदि के दृष्टिगत दिये यह निर्देश
छोटे से छोटे विवादो को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल संज्ञान लिया जाये ताकि कोई छोटा से छोटा विवाद बड़े विवाद में परिवर्तित न हो सके।थानो के त्यौहार रजिस्टर का गहनता से अवलोकन कर लिया जाये तथा समस्त ट्रैबल स्पॉट/हॉट स्पॉट की सूची बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर भ्रमण कर विगत वर्षो में प्रकाश में आये विवादो/घटनाओं की समीक्षा करते हुए सभी स्थानो पर प्रभावी पुलिस प्रबन्ध किये जाये।समस्त कार्यक्रम के आयोजको पीस कमेटी एवं धर्मगुरूओं के साथ अविलम्ब गोष्ठी कर ली जाये, इस गोष्ठी में मजिस्ट्रेट एवं अन्य विभागो के अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये।
अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर गतिविधियों की हो निगरानी
कार्यक्रम व जुलूसो के मार्गो पर वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर से भ्रमण व समुचित पुलिस/पीएसी बल व उपलब्ध सीएपीएफ के साथ फ्लैग मार्च कराया जाये।जनपद में उपलब्ध पुलिस बल की समीक्षा कर ली जाये तथा दंगा निरोधक उपकरणो की गुणवत्ता उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाये तथा उन्हे महत्वपूर्ण स्थानो पर स्ट्राइकिंग रिजर्व के साथ व्यवस्थापित किया जाये।समस्त जनपदो में पोस्टर पार्टी का गठन कर प्रातः काल समस्त धार्मिक स्थलों की नियमित चेकिंग सुनिश्चित की जाये।
बार्डर जनपदो में खास सतर्क दृष्टि रखी जाये
भीड़ भाड़ वाले स्थानो एवं क्षेत्र में पुलिस विजविलिटी बनाये रखने हेतु नियमित रूप से पैदल गश्त की प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। अन्तर्राष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर गतिविधियों की निगरानी की जाये तथा इण्डो नेपाल बार्डर पर एसएसबी से समन्वय बनाकर संघन चेकिंग करायी जाये तथा बार्डर जनपदो में खास सतर्क दृष्टि रखी जाये।सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। असत्य भ्रमक सूचना प्रसारित होने पर तत्काल उसका प्रभावी खण्डन किया जाये। सोशल मीडिया सेल को इस सम्बन्ध में सतर्क करते हुए समुचित ब्रीफिंग कर ली जाये।