लखनऊ । विगत नौ वर्ष पूर्व थाना सरायमीर आजमगढ़ में दर्ज मुकदमे में वांछित व 50,000 रुपये का पुरस्कार घोषित अभियुक्त दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम को थाना क्षेत्र डिविजन नंबर 8, ट्रान्सपोर्ट नगर, जालंधर (पंजाब) से एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त मूल रूप से जनपद गाजीपुर के दिलीपराय पट्टी थाना सादात का निवासी है। विगत काफी दिनों से उत्तर प्रदेश के जनपदों में वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की एक टीम काम कर रही थी।
लूट का विरोध करने पर दुकानदार को मार दी थी गोली
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद आजमगढ़ के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट की घटनाओं को अंजाम देता था। अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर थाना क्षेत्र तरवाँ अन्तर्गत एक दुकान में लूट के लिए गया था जहाँ पर दुकानदार द्वारा विरोध करने पर उसको गोली मार दिया था, जिसमें बाद में उसकी मृत्यु हो गयी थी। इस घटना के उपरान्त स्थानीय पुलिस द्वारा मुठभेड़ के उपरान्त गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
जेल से छूटने के बाद फिर लूट की घटना को दिया अंजाम
पूछताछ में बताया कि जेल से छूटने के बाद अपने साथी शिवकुमार व दीपक के साथ मिलकर थाना क्षेत्र सरायमीर में एक व्यक्ति से लूट की घटना किया था। उक्त घटना में फरार चल रहा था जिसके गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का पुरस्कार घोषित किया गया था।इसके विरूद्ध जनपद आजमगढ़ व जौनपुर में लूट एवं अन्य आधा दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत है। इसके अन्य अपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी की जा रही है।