लखनऊ ।एसटीएफ यूपी को अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह की मुस्कान तिवारी को पुनः लखनऊ से गिरफ्तार करते हुये चार पिस्टल बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई। मुस्कान तिवारी रुदौली थाना सरपतहा जनपद जौनपुर की रहने वाली हैं। अवैध असलहो एवं कारतूस की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के पूर्वांचल में सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की एक टीम जानकारी एकत्र कर रही थी।

पहली बार 15 दिसंबर को एसटीएफ ने मुस्कान को किया था गिरफ्तार

उल्लेखनीय है कि इस संबंध में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी की टीम द्वारा विगत में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई करते हुये 20 नंबर को अंकित कुमार पाण्डेय निवासी बाराचवर थाना करीमुद्दीनपुर, जनपद गाजीपुर तथा 15 दिसंबर को मुस्कान तिवारी उपरोक्त एवं उसके साथी सत्यम यादव को दो अदद पिस्टल के साथ जनपद सुल्तानपुर से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तगण से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से ज्ञात हुआ था कि इस अन्तर्राज्यीय असलहा तस्कर गैंग का सरगना शुभम सिंह निवासी जुडापुर, थाना सरपतहा, जनपद जौनपुर है, जिसका एक संगठित गिरोह है। इस गैंग का नेटवर्क पंजाब, उ0प्र0, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों में फैला हुआ है।

जमानत से छूटने के बाद फिर से असलहा की शुरू कर दी तस्करी

शुभम सिंह के असलहा तस्कर गैंग के सदस्यों के संबंध में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी कि ज्ञात हुआ कि इनके द्वारा पूर्व में गिरफ्तार जेल भेजी गयी अभियुक्त मुस्कान तिवारी जमानत पर छूटने के उपरान्त पुनः अपने गैंग से जुडकर असलहा तस्करी में पुनः सक्रिय हो गयी।

जिसके क्रम में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी द्वारा धरातलीय सूचना एकत्र की जा थी कि जरिये विश्वस्त सूत्र ज्ञात हुआ कि शुभम सिंह गैंग की सक्रिय सदस्य मुस्कान तिवारी असलहों के साथ मेरठ से आ रही है। इस सूचना पर एसटीएफ वाराणसी की टीम, जो अभिसूचना संकलन हेतु लखनऊ में भ्रमणशील थी, द्वारा स्थानीय पुलिस एवं महिला पुलिसकर्मी को साथ लेकर कैसरबाग बस स्टेशन लखनऊ के पास पहॅुचकर मुस्कान तिवारी को गिरफ्तार कर लिया ।

मुस्कान तिवारी अकेले ही मेरठ असलहा लेने गयी थी

गिरफ्तार अभियुक्त मुस्कान तिवारी से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से पाया गया कि एसटीएफ वाराणसी द्वारा मुस्कान तिवारी व उसके साथी सत्यम यादव को 15 दिसंबर को जनपद सुल्तानपुर में गिरफ्तार करते हुये इनके पास से 02 पिस्टल बरामद करते हुये जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद इसके द्वारा पुनः सरगना शुभम सिंह सम्पर्क में आकर असलहा तस्करी का काम शुरू कर दिया।

असलहा तस्करी में काफी पैसा है। मुस्कान तिवारी शुभम सिंह के प्रभाव में आ गयी। सरगना शुभम सिंह द्वारा योजना बनायी गयी कि दो लोगों के एक साथ असलहा लेने के जाने पर पकड़े जा रहे हैं। अब आगे से गैंग के सदस्य अकेले ही असलहा लेने-देने के लिये जायेगें। इसी क्रम में मुस्कान तिवारी अकेले ही मेरठ असलहा लेने गयी।

प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये

शुभम सिंह द्वारा बताया गया कि मेरठ में शोहराबगेट बस स्टेशन के पास एक लड़का 04 पिस्टल लाकर देगा। इसके लिये उसे 50 हजार रूपये मिला था। प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ लाख रूपये है। उसे शाहगंज जनपद जौनपुर में लाकर देना है। इसी योजना के तहत मुस्कान तिवारी मेरठ से पिस्टल लेकर बस द्वारा कैसरबाग बस स्टेशन पर आयी थी, जहाॅं से शाहगंज के लिये बस पकड़ना थी। उल्लेखनीय है कि मुस्कान तिवारी द्वारा पूछतांछ के दौरान यह भी बताया गया है कि उसके द्वारा पूर्व में कई बार कारतूस व असलहा लाकर शुभम सिंह के बताये स्थान पर दे चुकी है।

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