लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी प्रमुख एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स की दरें बढ़ाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस कदम से उत्तर प्रदेश में एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा महंगी हो जाएगी। नई टोल दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू की जाएंगी।

इस बढ़ोतरी के लिए हरी झंडी मिल चुकी

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) को इस बढ़ोतरी के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। अब यूपीडा को यह तय करना है कि किस एक्सप्रेसवे पर कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अधिकांश एक्सप्रेसवे पर टोल 9 रुपये प्रति किलोमीटर के करीब वसूला जा रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यह दर 9.24 रुपये प्रति किलोमीटर और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 8.63 रुपये प्रति किलोमीटर है। ये दरें एकतरफा यात्रा के लिए हैं, और वापसी यात्रा पर यह शुल्क दोगुना हो जाता है।

यूपीडा ने सलाहकार कंपनियों को आमंत्रित किया

उत्तर प्रदेश के प्रमुख एक्सप्रेसवे, जैसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल दरें बढ़ाई जाएंगी। इस बढ़ोतरी के लिए यूपीडा एक सलाहकार कंपनी की मदद लेगा। अनुमान है कि न्यूनतम 5 फीसदी तक शुल्क बढ़ सकता है।नई दरों की गणना के लिए यूपीडा ने सलाहकार कंपनियों को आमंत्रित किया है।

एक्सप्रेसवेज की और बेहतर रखरखाव सुनिश्चित होगा

टोल दरों में वृद्धि थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाएगी और इसमें एकतरफा यात्रा, रिटर्न यात्रा और मासिक पास के आधार पर दरों का निर्धारण किया जाएगा। पिछले वर्ष आम चुनावों के कारण टोल शुल्क में मामूली वृद्धि की गई थी, लेकिन इस बार पूरी प्रक्रिया में अधिक वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, खासकर भारी वाहनों पर।टोल शुल्क में यह बढ़ोतरी यात्री और व्यापारी वर्ग दोनों पर प्रभाव डालेगी, लेकिन सरकार का दावा है कि इससे एक्सप्रेसवेज की और बेहतर रखरखाव सुनिश्चित होगा।अब वाहन स्वामियों को महंगा पड़ेगा।

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