लखनऊ । पुलिस कमिश्नरेट की मड़ियांव थाना और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने नवजात शिशुओं की तस्करी में संलिप्त गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एक स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर की गई, जिसमें यह खुलासा हुआ था कि पांच लाख रुपये में लड़का और तीन लाख रुपये में लड़की बेची जा रही थी। इस मामले में तीन पुरुष और तीन महिलाओं को हिरासत में लिया गया है।

भागने की फिराक में थे आरोपी, पुलिस ने शंकरपुर ढाल के पास दबोचा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 24 फरवरी को पुलिस को इस मामले से संबंधित जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू की गई। जांच में पुष्टि हुई कि आरोपी नवजात शिशुओं के अवैध व्यापार में लिप्त थे। इस आधार पर थाना मड़ियांव में मामला दर्ज किया गया। 25 फरवरी को पुलिस को सूचना मिली कि मामले से जुड़े कुछ आरोपी शंकरपुर ढाल के पास भागने की फिराक में हैं। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके से तीन पुरुष और तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और 1,250 रुपये बरामद किए गए।

इस गिरोह का उद्देश्य नवजात बच्चों को ऊंची कीमतों पर बेचने का था

गिरफ्तार किए गए आरोपी नवजात शिशुओं की अवैध तस्करी में संलिप्त थे और इस गिरोह का उद्देश्य नवजात बच्चों को ऊंची कीमतों पर बेचने का था। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 61(2)/143(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया है।गिरफ्तारी के दौरान पुलिस द्वारा मानवाधिकार आयोग और सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया गया। साथ ही, आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच अन्य जिलों में भी कराई जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से नवजात शिशुओं की तस्करी करने वाले इस संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिससे समाज में इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

अवैध धंधे में शामिल डॉक्टर और अस्पताल कर्मचारी भी धरे गए

गिरफ्तार अभियुक्त विनोद सिंह पुत्र स्व.रामतेज सिंह निवासी गोण्डा(व्यवसाय- ठेकदारी मेन पावर सप्लाई/केयर टेकर), डा. अल्ताफ पुत्र मोहम्मद यार खाँ निवासी मड़ियांव लखनऊ (व्यवसाय- नर्सिंग होम में मैनेजमेन्ट का कार्य), नीरज कुमार गौतम पुत्र बालक राम निवासी सीतापुर (व्यवसाय- क्लीनिक कम्पाउन्डर का कार्य), कुसुम देवी पत्नी जानकी वर्मा निवासी- कुर्सी रोड मोहल्ला न्यू आनन्द लखनऊ (व्यवसाय- हास्पिटल में मरीज सहायिका), संतोष कुमारी पत्नी संतोष कुमार मौर्या निवासी सीतापुर (व्यवसाय- हास्पिटल में मरीज सहायिका), शर्मा देवी पत्नी शत्रुहोन रावत निवासी- ग्राम सरावा थाना महिगवा (व्यवसाय-सिलाई का कार्य) आदि है। इस अवैध धंधे में डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारी शामिल है।

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