बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व विदेशमंत्री एसएम कृष्णा का आज तड़के निधन हो गया। उन्होंने 92 साल की आयु में यहां अपने घर पर आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थे। केंद्र सरकार ने पिछले साल उन्हें पद्म विभूषण से अलंकृत किया था। वो इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े थे। उनके निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत भाजपा और कांग्रेस के अनेक नेताओं ने शोक जताया है।
पिछले साल जनवरी में उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था
1 मई 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली में जन्मे कृष्णा विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे। कांग्रेस में लंबे समय तक रहने के बाद कृष्णा अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में भाजपा में शामिल हो गए थे।एसएम कृष्णा ने 1999 से 2004 तक कर्नाटक की बागडोर संभाली। वो मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में विदेश मंत्री भी रहे। मार्च 2017 में वो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री कृष्णा ने 1960 के आसपास राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। 1962 में उन्होंने मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस को हराया। इसके बाद वो प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में शामिल हो गए। 1968 में मंड्या लोकसभा सीट पर उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए। वो महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे। पिछले साल जनवरी में उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था।
आंध्र के मुख्यमंत्री नायडू ने जताया दुख
सीएम नायडू ने कहा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा गारू के निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। हमारी दोस्ती हमारे संबंधित राज्यों में निवेश आकर्षित करने में हमारी प्रतिस्पर्धात्मक भावना से कहीं बढ़कर थी। वह एक सच्चे नेता थे, जिन्होंने हमेशा अपने लोगों के कल्याण को प्राथमिकता दी। इस कठिन समय में मैं उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।