प्रयागराज। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने सोमवार को यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ 24 फरवरी से प्रारम्भ होकर 12 मार्च का समाप्त होगी।यह जानकारी सोमवार को यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने देते हुए बताया कि उक्त परीक्षाएं दो पालियों में होगी। प्रथम पाली में प्रातः 8.30 से 11.45 बजे तक तथा द्वितीय पाली सायं 2 से 5.15 बजे तक होगी।
24 फरवरी को पहली पाली में हाईस्कूल के हिंदी की होगी परीक्षा
24 फरवरी को पहली पाली में हाई स्कूल के हिंदी और इंटरमीडिएट के सैन्य विज्ञान की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में हाईस्कूल के हेल्थ केयर और इंटरमीडिएट हिंदी की परीक्षा होगी। 28 फरवरी को हाईस्कूल के अरबी, फारसी, पाली और संगीत गायन की और इंटरमीडिएट के गृह विज्ञान विषय की परीक्षा होगी।
इसके बाद एक मार्च को हाईस्कूल गणित, ऑटोमोबाइल और वाणिज्य की परीक्षा होगी। जबकि इंटरमीडिएट में फल एवं खाद्य संरक्षण समेत कई व्यावसायिक विषयों की परीक्षाएं होंगी। तीन मार्च से छह दिन लगातार यानी आठ मार्च तक परीक्षा होगी। इस दौरान हाईस्कूल के संस्कृत, विज्ञान व कृषि, मानव विज्ञान व एनसीसी, खुदरा व्यापार व मोबाइल रिपेयरिंग, अंग्रेजी व सुरक्षा और गृह विज्ञान विषय की परीक्षा होगी।
नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए किए गए हैं पुख्ता प्रबंध
वहीं, इंटरमीडिएट के जीव विज्ञान, गणित व चित्रकला, पाली, अरबी, फारसी, लेखाशास्त्र व अर्थशास्त्र, उर्दू, गुजराती, पंजाबी व इतिहास, संगीत गायन, वादन, नृत्य कला व भौतिक विज्ञान, कंप्यूटर व मानव विज्ञान और रसायन विज्ञान की परीक्षा होगी। 10, 11 और 12 मार्च को हाईस्कूल के क्रमशः चित्रकला, सामाजिक विज्ञान और क्षेत्रीय भाषाओं की परीक्षा होगी। इस दौरान इंटरमीडिएट के भूगोल, संस्कृत और आखिरी दिन अंग्रेजी की परीक्षा होगी। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
पिछले वर्ष जैसा फिर रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
पिछले वर्ष भी बोर्ड की परीक्षा 12 दिन में पूरी कर ली गई थी। यूपी बोर्ड की परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च तक हुई थी उसके बाद 16 मार्च से मूल्यांकन का काम शुरू होकर 30 मार्च तक पूरा हो गया था। 20 अप्रैल को परिणाम जारी कर दिया गया था। इस बार परीक्षाएं 12 मार्च को खत्म हो जाएगी। उसके बाद मूल्यांकन और अन्य प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अन्य बोर्ड के सापेक्ष सबसे पहले परीक्षा पूरी करने का प्रयास किया गया है।
कुंभ के बाद कराने का भेजा गया था प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इस बार महाकुंभ की वजह से महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था।
यूपी बोर्ड प्रशासन के एक बड़े अफसर ने नाम न छापने के आग्रह पर इसकी पुष्टि थी।बोर्ड का मानना है कि विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में होने वाले महाकुंभ में इस बार देश ही नहीं, दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ संगम नगरी में उमड़ेगी। ऐसे में बोर्ड की परीक्षाएं आखिरी स्नान पर्व के बाद ही कराना उचित होगा। वर्ष 2024 में परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो गई थीं। पिछले पांच साल के दौरान सिर्फ वर्ष 2022 में बोर्ड परीक्षा मार्च में कराई गई थी।