लखनऊ । केजीएमयू के क्वीन मेरी हॉस्पिटल में अचानक से आग लग गई। आग लगने के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। अस्पताल में भर्ती मरीज व उनके परिजन पूरी तरह से घबराकर भागने लगे। उधर सूचना पर कई दमकल की गाड़िया व फायर बिग्रेड कर्मी पहुंचकर आग को बुझाने में जुट गए। कड़ी मेहनत के बाद अग्निशमन विभाग ने जल्द ही आग पर काबू पा लिया। तब जाकर मरीज व उनके परिजनों ने राहत की सांस ली। हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। अाग अस्पताल के बेसमेट में लगी थी। इसलिए आग पर काबू पाने में अधिक समय नहीं लगा।
15 मिनट में आग को पूर्ण रूप से बुझा दिया
रविवार को सुबह लगभग 4.47 पर चौक फायर स्टेशन तथा मुख्य अग्निशमन अधिकारी के सीयूजी नंबर पर सूचना प्राप्त हुई की क्वीन मेरी हॉस्पिटल केजीएमयू में आग लगी हुई है। इस दौरान कुछ लोग फंसे हुए है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य अग्निशमन अधिकारी व चौक फायर स्टेशन से तीन गाड़ियां अावश्यक उपकरणों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि आग बेसमेंट में रखें हुए मेडिकल सामानों में लगी हुई थी ।तत्काल अस्पताल के हाइड्रेन्ट सिस्टम से लाइन बिछाकर आग को बुझाना प्रारंभ कर दिया गया और हॉस्पिटल में नियुक्त कर्मियों की सहायता से मांत्र 15 मिनट में आग को पूर्ण रूप से बुझा दिया गया ।
बेसमेंट में भरे धुएं को खिड़कियों को खोलकर बाहर निकाला
उन्होंने बताया कि बेसमेंट में काफी धुआं भरा हुआ था । जिसकी वह से सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। ऐसे में सीढ़ियों की मदद से अगल-बगल की खिड़कियों को खोलकर बाहर निकाल दिया गया । उक्त घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई । प्रभावित स्थल के अगल-बगल के स्प्रिंकलर सिस्टम जो क्रियाशील अवस्था में थे उनके चल जाने के कारण आग का फैलाव बेसमेंट में नहीं हो सका तथा अग्निशमन विभाग और केजीएमयू में नियुक्त कर्मचारी के साथ किए जाने वाले मॉक ड्रिल का प्रभाव देखने को मिला ।
आग को बुझाने में अस्पताल के कर्मचारियों की रही अहम भूमिका
अग्निशमन विभाग के पहुंचने तक वहां के लोगों ने मॉक ड्रिल में सिखाई जाने वाली चीजों का अनुपालन करते हुए एक्सटिंग्विशर आदि उपकरणों की सहायता से आग के प्रसार को रोक रखा था तथा अग्निशमन विभाग के पहुंचने पर अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को आग बुझाने में अपना पूरा सहयोग भी दिया जिस कारण एक बहुत बड़ी घटना को होने से पहले ही कुछ ही समय पर में रोक लिया गया। उक्त घटना में बेसमेंट में रखा कुछ मेडिकल समान ही जला है बाकी सामान बचा लिया गया। अगल-बगल के लोगों से पूछने पर पता चला कि आग संभवतः इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी।