लखनऊ । यूपी के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र (एनआईसीयू) में हुए भीषण अग्निकांड में मरने वाले शिशुओं की संख्या रविवार को बढ़कर 11 हो गयी है।

अस्पताल प्रशासन की ओर से दी गयी जानकारी में जिन बच्चों का इलाज इमरजेंसी आईसीयू में चल रहा था, उनमें से एक की आज इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस मामले में डॉ. एनएस सेंगर का बयान भी सामने आया है। बताया गया कि इस शिशु की मृत्यु जलने या झुलसने के कारण नहीं बल्कि सामान्य बीमारी के कारण हुई है।

49 शिशुओं में से 38 शिशुओं को सुरक्षित बचा लिया गया था

शुक्रवार देर रात हुए इस दुखद हादसे में 10 शिशुओं की मौत हो गयी थी। वार्ड में भर्ती 49 शिशुओं में से 38 शिशुओं को सुरक्षित बचा लिया गया था। इनमें से तीन की हालत गंभीर थी। तीन में से एक शिशु की इलाज के दौरान आज मौत हो गयी।जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि दुखद हादसे के बाद एक बच्चे के माता पिता के बारे में पता नहीं चल पा रहा था। साथ ही एक ऐसा परिवार भी था जो अपने बच्चे की नहीं मिलने का दावा कर रहा था। तमाम तरह के तथ्यों को जांच में पता चला कि बच्चा उसी परिवार का है, जिसके बाद उन्हें बच्चा सौंप दिया गया है।

9 पीड़ित परिवारों तक पहुंची सहायता राशि

10 पीडित परिवारों को शासन द्वारा पांच- पांच लाख की सहायता राशि की घोषणा की गयी थी। इस क्रम में 10 में से नौ परिवारों के बैंक खातों में यह राशि भेज दी गयी है। एक परिवार का खाता नहीं होने के कारण राशि नहीं भेजी जा सकी है। जैसे ही खाता खुलेगा, उनकी राशि भी भेज दी जायेगी।

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