लखनऊ ,डेस्क । साइबर अपराधी ठगी करने के लिए हर दिन नये-नये तरकीब अपनाकर लोगों को कंगाल करने का काम रहे है। ऐसे में इनसे सावधान रहने की जरूतर है। सोनभद्र में साइबर ठगी का एक ताजा मामला प्रकाश में आया है। यहां के चोपन थाना क्षेत्र स्थित डाला सीमेंट फैक्टरी में कार्यरत एक असिस्टेंट अफसर की पत्नी को एक अनजाने मोबाइल से आयी काल पर उन्हें 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट करते हुए उनसे 2,94,262 रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई है।

आपके नंबर से धोखाधड़ी हुआ है कहकर महिला को पहले डराया

अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने मंगलवार को बताया कि डाला सीमेंट फैक्टरी निवासी सृष्टि मिश्रा ने चोपन थाने पर प्रार्थना पत्र देकर बताया कि 09 अक्टूबर की शाम उनके मोबाइल पर एक काल आयी। काल उठाने के बाद उन्हें नौ नम्बर दबाने के लिए कहा गया। नम्बर दबाते ही काल इनडायरेक्ट हो गई। उसके बाद मोबाइल पर उन्हें बताया गया कि आपके द्वारा एक नम्बर में धोखाधड़ी की गई है और इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जिसने फ्राड का 10 प्रतिशत कमीशन 38 लाख आपके खाते में भेजा है।

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर शुरू की जांच पड़ताल

उसके बाद बताया गया कि धोखाधड़ी की जांच चल रही हैं और फोन को थाने से जोड़ा गया और मेरा आधार कार्ड मांगा गया और यह कहा गया कि जब तक जांच पूरी नहीं होती हैं तब तक आप ऑनलाइन डिजिटल अरेस्ट है।इस तरह से महिला को 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखते हुए मामले से बचाने के नाम पर 2,94,262 रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई। पुलिस ने इस मामले में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जा़ंच शुरू कर दिया है। जिस खाते में रुपये ट्रांसफर हुआ था, उसे होल्ड कर दिया गया है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं, जल्द ही मामले का खुलासा होगा।

दिनों दिन बढ़ रहे डिजिटल अरेस्ट के मामले

डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने के मामले दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे है। जबकि लगातार बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा किसी को कभी डिजिटल अरेस्ट नहीं किया जाता है। इसके बाद भी लोग साइबर अपराधियों के चुंगल में फंसकर अपना सब कुछ गवां दे रहे है। जबिक इस तरह की काल आने पर उसे इग्नोर कर देना चाहिए। अगर किसी वजह से फोन उठा भी लिया तो फिर उसकी बातों को गंभीरता पूर्वक से नहीं लेना चाहिए। परेशान करे तो बिना डरे तुरंत पुलिस को सूचित करें।

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