लखनऊ /झांसी। एक हजार करोड़ की जमीन की हेराफेरी के मामले का आरोपी फर्जीवाड़े का मसीहा हरेंद्र मसीह बीती रविवार की देर रात थाना नवाबाद क्षेत्र के झोकनबाग स्थित अपने आपराधिक साम्राज्य की नींव कहे जाने वाले क्रिचिश्यन हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी हरेंद्र मसीह पर कानपुर कमिश्नरेट ने एक लाख रुपये और झांसी पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। पिछले कई दिनों से हरेंद्र मसीह फरार चल रहा था। कल देर रात झांसी की नवाबाद पुलिस और स्वाट टीम ने हरेंद्र मसीह को गिरफ्तार किया।
अरबों की जमीन का मालिक चोरी की बाइक से घूम रहा था
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने इस मामले में सोमवार को पत्रकारों को विस्तार से जानकारी दी। आश्चर्य की बात यह है कि अरबों की जमीन का मालिक चोरी की बाइक से घूम रहा था।एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि हरेंद्र मसीह कई मामलों में झांसी, कानपुर कमिश्नरेट और अन्य जिलों से फरार चल रहा था। कल रात को नवाबाद पुलिस और स्वाट टीम को हरेंद्र मसीह के बारे में सूचना मिली थी। तत्काल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। कानपुर और झांसी मिलाकर आधा दर्जन से अधिक मुकदमों में हरेंद्र मसीह फरार था।
कई जगह की पुलिस लगी थी तलाश में सफलता झांसी को मिली
एसएसपी ने बताया कि कानपुर कमिश्नरेट के साथ ही कई अन्य जगह की पुलिस भी हरेंद्र मसीह को पकड़ने का प्रयास कर रही थी। लेकिन, सफलता झांसी पुलिस को हासिल हुई। हम लगातार निगरानी कर रहे थे। पांच टीम बनाई गई थी। स्वाट टीम और थाने की पुलिस भी निगरानी कर रहे थे। एसपी सिटी के नेतृत्व में यह सभी टीम काम कर रही थी। इसके साथ ही मैनुअल इंटेलीजेंस, साइबर टीम, सर्विलांस टीम भी मुस्तैद रही। पुलिस के सामूहिक प्रयास से यह सफलता मिली।
फिर से शुरू होगी पुराने बंद मामलों की जांच
पूर्व में हरेंद्र मसीह के कई मुकदमों में लगाई गई एफआर पर एसएसपी सुधा सिंह ने स्पष्ट करते हुए बताया कि इन सभी मामलों की जांच फिर शुरु की जाएगी। हर बात की जांच की जाएगी। सुधा सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हरेंद्र मसीह से संबंधित कोई भी पीड़ित हो तो वह अपनी शिकायत दे सकता है। सभी मामलों की जांच की जाएगी।
झांसी के साथी आरोपियों की होगी गिरफ्तारी
एसएसपी ने बताया कि हरेन्द्र मसीह की गिरफ्तारी के बाद अब झांसी में उसके साथियों की साक्ष्य के आधार पर तलाश जोर पकड़ेगी। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि हरेन्द्र मसीह, बलवान सिंह यादव, नवल यादव, धर्मेन्द्र सिंह चौहान, नरेन्द्र कुमार समेत करीब 150 अज्ञात लोगों के विरुद्ध 12 अगस्त को थाना नवाबाद में मुकदमा दर्ज कराया गया था। अभियुक्तों के विरुद्ध धारा 82 व गैरजमानती वॉरण्ट की कार्यवाही हो चुकी है। पत्र में बताया कि जाँच अधिकारी को आरोपियों की शिनाख्त के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य उपलब्ध करा चुके हैं। इसके बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं, जिससे उनके हौसले बुलन्द हैं और वह धमकियाँ भेज रहे हैं, जिससे पीड़िता का परिवार भयभीत बताया गया था।
2012 से 2023 तक फर्जीवाड़े के 10 मुकदमे
एसएसपी ने बताया कि 2012 से लेकर 2023 तक 11 वर्षों में हरेन्द्र मसीह व उसके साथियों पर कुल 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में एक मुकदमा रंगदारी मांगने का भी हरेन्द्र व उसकी पत्नी समेत छह लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया था। सभी मुकदमों में इसके सहयोगी भिं किसी भी कीमत पर बख्से नहीं जाएंगे।
चोरी की गाड़ी से घूमता मिला अरबों का मालिक
पुलिस ने अरबों की जमीन के घोटालेबाज हरेन्द्र मसीह की गिरफ्तारी उस समय की जब वह चोरी की बाइक से घूम रहा था। साथ ही उसके पास से 4 आधार कार्ड भी बरामद किए हैं। रंगदारी के 20 हजार रुपये भी उसके पास से बरामद किया गया है।