गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपदवासियों को के बीच पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ स्वच्छता का संदेश पहुंचाने के लिए एक अनूठी पहल की है। उनके नेतृत्व में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह इंटर कॉलेज की बाउंड्रीवॉल पर ‘वेस्ट टू फ्लावर गैलेरी’ स्थापित की गई है, जो अब जिले में चर्चा का विषय बन गई है।
टायरों को सजाकर पौधों के लिए उपयोग किया गया
इस पहल के तहत विकास भवन, कलेक्ट्रेट, जिलाधिकारी आवास से लेकर नगर पालिका गोण्डा के कार्यालय में पड़ी खराब कुर्सियों और टायरों का रचनात्मक रूप से उपयोग किया गया है। रिड्यूस, रियूज और रिसाइकिल के सिद्धांत पर आधारित इस गैलेरी में पुरानी कुर्सियों और टायरों को सजाकर पौधों के लिए उपयोग किया गया है। आकर्षक रंगों में रंगे गए टायर और सजी हुई कुर्सियां इस दीवार की सुंदरता को और बढ़ा रही हैं, साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दे रही हैं।
सुंदरता और उपयोगिता का सृजन करने की प्रेरणा दे रही
यह पहल न केवल स्वच्छता अभियान को मजबूती दे रही है, बल्कि लोगों को कबाड़ से भी सुंदरता और उपयोगिता का सृजन करने की प्रेरणा दे रही है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, *”कबाड़ या बेकार समझे जाने वाले सामानों में भी नई उपयोगिता और सुंदरता ढूंढी जा सकती है। ‘वेस्ट टू फ्लावर गैलेरी’ इसी सोच पर आधारित है कि कैसे हम पुराने सामानों को दोबारा उपयोग में लाकर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता में अपना योगदान दे सकते हैं।”
स्वच्छता केवल कचरा उठाने तक सीमित नहीं
उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से यह संदेश देना है कि स्वच्छता केवल कचरा उठाने तक सीमित नहीं है, बल्कि कचरे को कम करना और उसका पुनः उपयोग करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा, “यदि हम सब मिलकर छोटे-छोटे कदम उठाएं, तो बड़े बदलाव संभव हैं।,” इस रचनात्मक पहल को लेकर शहरवासियों में उत्साह है। लोगों का कहना है कि यह पहल न केवल शहर को स्वच्छ और सुंदर बना रही है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी फैला रही है। स्थानीय निवासियों ने जिलाधिकारी की इस सोच और पहल की सराहना की है, इसे स्वच्छता जागरूकता का एक अनूठा तरीका बताया है।