लखनऊ । त्यौहारों के समय प्रदेश में कहीं कोई कानून व्यवस्था न खराब होने पाए, इसके लिए अभी से ही एतिहात बरतने के लिए पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार गंभीर हो चले है। इसी के तहत रविवार को डीजीपी ने समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक,पुलिस आयुक्त,परिक्षेत्रिय पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,पुलिस अधीक्षक, जनपद प्रभारी के साथ त्यौहारों, कानून-व्यवस्था एवं मिशन शक्ति आदि के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक कर दिशा निर्देश जारी किया है।

महिला आरक्षियों की क्षमताओं का बेहतर प्रयोग हो

डीजीपी ने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा सम्मान एवं स्वलम्बन के लिए मिशन शक्ति (फेज-5) प्रारम्भ किया जाना है। जिसके दृष्टिगत विभिन्न विभागों के समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अभी से ही समस्त तैयारिया कर ली जाये, बीट प्रणाली को सक्रिय रखा जाये।समस्त थानो में महिला बीट प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए महिला बीट पुलिस कर्मियों का समुचित उपयोग किया जाये तथा महिला आरक्षियों की क्षमताओं का बेहतर प्रयोग हो, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा बीट में महिलाओं से जनसंवाद कर उनकी समस्याओं व शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए समय से निस्तारण कराया जाये।

हर हाल में सक्रिय रहे महिला डेस्क

डीजीपी ने कहा कि थाने पर स्थापित महिला हेल्प डेस्क को संक्रिय रखा जाये, तथा आने वाली महिलाओ की समस्याआें के निस्तारण में महिला हेल्प डेस्क का समुचित प्रयोग किया जाये।विगत वर्षो में लूट, नकबजनी, चोरी एवं अन्य बड़े अपराध जो किसी स्थान विशेष पर घटित हो रहे हो ऐसे स्थानो को चिन्हित कर उन स्थानों पर पीआरवी का व्यावस्थापन सुनिश्चित किया जाये तथा उसी प्रकार से उनका रूट चार्ट बनाया जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि रात्रि में 112 के वाहनों की फ्लैसर लाइट व हूटर का प्रयोग किया जाये।

धार्मिक गुरुओं से अलग-अलग की जाए वार्ता

आगामी त्यौहारो के दृष्टिगत सभी धार्मिक गुरूओं से एक साथ एवं अलग-अलग भी वार्ता कर ली जाये तथा अन्य संगठनो, सभी व्यवसायिक संगठनो, औद्योगिक एवं मेडिकल एसोसियेशन आदि के सदस्यों से वार्ता करा ली जाये, साथ ही जिलाधिकारी से उपरोक्त संगठनों से वार्ता हेतु अनुरोध कर लिया जाये। जिससे किसी प्रकार की शान्ति व्यवस्था प्रभावित न हो।किसी भी प्रकार का भड़काउ भाषण देने तथा माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये।अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए पीस कमेटी, शान्ति समितियों की गोष्ठी प्रत्येक स्तर पर कर ली जाये तथा डिजिटल वालेन्टियर्स एवं सिविल डिफेन्स का सक्रिय सहयोग लिया जाये।

भीड़ भाड़ वाले स्थानेां पर महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों की हो तैनाती

यूपी 112 के पीआरवी वाहनों का बेहतर प्रयोग किया जाये तथा 112 के वाहनों को स्ट्रैटजिंक लोकेशन पर रखा जाये। जनपद के हॉटस्पॉट्स व संवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर पीआरवी वाहनों का व्यवस्थापन किया जाये। कमिश्नरेट व जनपद के समस्त देवी मंदिरों, पूजा पण्डालों, स्थापित होने वाले देवी प्रतिमाओं, जुलूसों, जागरण कार्यक्रम, प्रतिमा विसर्जन स्थल तथा रामलीला कार्यक्रमों व इनके आयोजकों व संचालकों व कमेटी के सदस्यों के सम्बन्ध में प्रामाणिक जानकारी कर ऐसे स्थलो पर भीड़ का आंकलन करते हुए पर्याप्त मात्रा में महिला एवं पुरूष पुलिस कर्मियों का व्यवस्थापन किया जाये।

प्रतिमा विसर्जन व पुतला दहन स्थानों का भ्रमण अधिकारी जरूर करें

रामलीला, दुर्गा मूर्ति, प्रतिमा विसर्जन के स्थानों, जुलूस आदि के मार्गों तथा रावण पुतला दहन इत्यादि के स्थानों का भ्रमण कर किसी भी प्रकार का कोई विवाद परिलक्ष्ति होता है तो उसका तत्काल निस्तारण करा लिया जाये। आवश्यकतानुसार विभिन्न विवाद के स्थलों, मार्गों का भ्रमण पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक, डीसीपी, अपर पुलिस अधीक्षक,एडीसीपी व अपर जिलाधिकारी तथा क्षेत्राधिकारी व एसीपी तथा उप जिलाधिकारी द्वारा भी कर लिया जाये।

मूर्तियों की स्थापना पारम्परिक परन्तु खाली स्थान पर

दुर्गापूजा पण्डाल व रामलीला मंच की स्थापना की अनुमति प्रदान करते समय इस बात का ध्यान रखा जाये कि सार्वजनिक आवागमन प्रभावित न हो तथा मूर्तियों की स्थापना पारम्परिक परन्तु खाली स्थान पर की जाये।पूजा पंडाल, जागरण पंडाल, प्रतिमा विजर्सन तथा अन्य कार्यक्रमों में विद्युतजनित दुर्घटना के दृष्टिगत पूर्व से ही अयोजकों, विद्युत विभाग के अधिकारियों तथा अग्निशमन विभाग के साथ समन्वय व संवाद स्थापित कर भौतिक निरीक्षण करते हुये आवश्यक सुरक्षा प्रबन्ध कर लिया जाये।

साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों को किया जाए जागरूक

डीजीपी ने कहा कि समस्त अधिकारीगण समय से कार्यालय में बैठकर जनता की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई करें तथा जन शिकायतों का संवेदनशीलता के साथ प्राथमिकता के आधार पर सम्यक विधिक निस्तारण कराया जाना सुनिश्चित करें। जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्राप्त होने वाली वाली शिकायते आवश्य सुनी जाय तथा उनसे निरन्तर संवाद बनाये रखा जाय।साइबर अपराधो के दृष्टिगत जनपदो के साइबर थानों व डेस्क को सतर्क रखा जाये, साइवर अपराध से बचने के लिए जागरूकत्ता अभियान चलाते हुए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाये।

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