लखनऊ/अमेठी । यूपी के अमेठी में एक अध्यापक, उसकी पत्नी और दो बच्चियों की देर शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अहोरवा भवानी चौराहे के पास किराए के मकान में रहने वाले 35 वर्षीय दलित अध्यापक सुनील कुमार और उनकी पत्नी तथा दो छोटी-छोटी बच्चियों की देर शाम गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। जब तक घर के अंदर पुलिस और स्थानीय लोग दाखिल हुए तब तक बदमाश हत्या कर फरार होकर चुके थे। इस प्रकार से चंद्र मिनटों पर शिक्षक का पूरा परिवार उजड़ गया।
रायबरेली का रहने वाला था मृतक अध्यापक
उल्लेखनीय है कि मृतक अध्यापक सुनील कुमार रायबरेली जनता की सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जगतपुर गांव का रहने वाला था। यह पनहौना कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत था। बताया जा रहा है कि रामगोपाल के दो पुत्र थे। सुनील की पत्नी पूनम भारती के द्वारा रायबरेली जिले में 18 अगस्त को अश्लील हरकत करने और मारपीट के मामले सहित एससी एसटी एक्ट में चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया।
लेकिन पुलिस के द्वारा उसका 151 में चालान करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया गया था। इसके बाद आज इस तरह की बड़ी घटना घटी है। अब पुलिस सहित सभी लोगों की निगाह चंदन वर्मा की ऊपर टिकी हुई है। अमेठी पुलिस और एसओजी टीम के साथ-साथ नगर कोतवाली रायबरेली की पुलिस भी चंदन वर्मा की तलाश में लगी हुई है।
एडीजी जोन लखनऊ मौके पर पहुंचे, प्रत्येक एंगल पर किया मंथन
घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद अमेठी के जिलाधिकारी निशा अनंत और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ मौके के घटनास्थल पर पहुंचे। आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार और एडीजी जोन लखनऊ एसबी सिरोड़कर ने घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग एक घंटे जांच पड़ताल करते हुए प्रत्येक एंगल से घटना पर मंथन किया।
बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें लगी
इस दौरान आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार ने बताया कि हमारी फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य संकलन किया है। गहनता से जांच करने के उपरांत पता चला कि कोई जबरदस्ती नहीं घुसा है। एक ही दरवाजा है जिधर से बदमाश घुसे हैं। घर का जो दरवाजा था या तो पहले से खुला था या फिर खोला गया है।
हमारी पुलिस की 4 टीमें लगी हुई है। हम लोगों ने बहुत ही महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित कर लिया है। जल्दी ही घटना का अनावरण किया जाएगा। बच्चों की हत्या करने का मतलब यह है कि जब आप किसी को पहचान रहे हो तभी बच्चों की हत्या की जाती है। हमको घटना के जो भी साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर बहुत ही जल्दी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
कहीं मुकदमा दर्ज कराना शिक्षक परिवार को तो नहीं पड़ा भारी
अब तक की पुलिसिया जांच में यही पता चला है कि रायबरेली कोतवाली में शिक्षक की पत्नी द्वारा दर्ज कराया गया मुकदमा ही घटना की मुख्य वजह है। सूत्रों का कहना है कि 18 अगस्त को चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। उसके बाद से ही शिक्षक परिवार ने रायबरेली छोड़ शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी गांव में अपना ठिकाना बनाया था।
इससे पहले शिक्षक सुनील कुमार प्रतिदिन अपडाउन करते थे। सुनील के साथी शिक्षक पवन कुमार ने बताया कि सुनील पहले रायबरेली से आते जाते थे, लेकिन पिछले करीब तीन माह से वह परिवार सहित यहीं रहने लगे थे। माना जा रहा है कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद खतरों को देखते हुए शिक्षक ने अहोरवा भवानी में रहना शुरू किया।
बचाव में पत्नी व बच्चों को भी बनाया निशान
शिक्षक परिवार पर जब गोलियां चलाई गईं तो अंधेरा हो चुका था। बताया जाता है कि करीब सात बजे की घटना है। एकाएक कई राउंड फायरिंग हुई। लोग जब तक कुछ समझ पाए, तब तक हमलावर घटना अंजाम देकर निकल गए। कुछ लोगों का कहना है कि करीब 10 से 15 मिनट तक गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसके बाद सन्नाटा पसर गया।
जब पुलिस पहुंची तब पता चला कि इतनी बड़ी घटना हो गई।शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे के मुख्य चौराहे पर किराए के मकान में शिक्षक सुनील कुमार (35) अपनी पत्नी, दो बच्चों के साथ रहते थे। सुनील पीएमश्री विद्यालय पन्हौना में सहायक अध्यापक थे। गुरुवार की शाम कुछ असलहाधारी लोग उनके आवास पर पहुंचे। बदमाशों ने सुनील कुमार को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी। बचाव में आईं उनकी पत्नी व दो बच्चे भी गोली का शिकार हो गया।