अमेठी। शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार की देर शाम को शिक्षक, उनकी पत्नी पूनम और दो बेटियों की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारोपितों के करीब पहुंच चुकी है। घटना से जुड़े आरोपित चंदन वर्मा समेत चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, लेकिन पुलिस आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मोबाइल फोन से मिले साक्ष्य चंदन वर्मा और मृतका पूनम के बीच प्रेम प्रसंग की ओर इशारा कर रहे हैं। पुलिस शनिवार को इस पूरे मामले में खुलासा कर सकती है।

मृतकों के शरीर से निकाली सात गोली

शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे में किराए के मकान में रहने वाले रायबरेली के मूल निवासी शिक्षक सुनील कुमार, उसकी पत्नी पूनम भारती, बेटी सृष्टि और लाडो की गुरूवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके पैतृक गांव रायबरेली भेज दिया गया है। रिपोर्ट में मृतकों के शरीर से सात गोली निकालने की बात सामने आ रही है।शिक्षक को तीन गोलियां लगीं, जबकि दो गोलियां पत्नी को लगी हैं। एक-एक गोली बच्चों से निकाली गईं हैं।

खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें लगातार काम कर रही

अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें लगातार काम कर रही हैं और पुलिस हत्याकांड के खुलासे के करीब भी पहुंच चुकी है। पुलिस को मिले तमाम साक्ष्य और मोबाइल में आरोपित चंदन वर्मा और मृतका पूनम की तस्वीरें इस ओर साफ इशारा कर रही हैं कि इन दोनों के बीच में प्रेम प्रसंग था। हालांकि यह जांच के बाद ही स्पष्ट हाे सकेगा। पुलिस भी प्रथम दृष्टया इस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही है।

पूनम ने चंदन पर दर्ज कराया था मुकदमा

पुलिस की जांच में यह बात सामने निकल कर आयी है कि 18 अगस्त को पूनम ने चंदन वर्मा के खिलाफ रायबरेली कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया था। मोबाइल फोन में दोनों के मिले फोटों से इस बात का शक जताया जा रहा है कि पति काे उनके बारे में पता चला चल जाने के बाद दबाव में आकर पूनम ने चंदन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया हाे।

पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा

शिक्षक परिवार की हत्या के मामले में छानबीन कर रही पुलिस ने आरोपित चंदन वर्मा, उसकी बहन, बहनोई और एक दीपक सोनी नाम के युवक को हिरासत में ले रखा है। हांलाकि चंदन को हिरासत में लिए जाने की बात से पुलिस इनकार कर रही है।

आरोपित ने स्टेट्स में पांच मरने की बात लिखी थी

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चंदन वर्मा और मृतका पूनम भारती से प्रेम संबंधों के बीच आई दरार ही हत्या की वजह बनी है। इस बात की पुष्टि भी मोबाइल फोन में मिली आरोपित चंदन वर्मा और मृतक पूनम के मध्य हुए वीडियो कॉल की स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर रही है। इतना हीं नहीं हत्या से पहले चंदन वर्मा ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा था कि पांच लोग मरने जा रहे हैं, मैं जल्द ही दिखाऊंगा। इस आधार पर ऐसा माना जा रहा है कि वह इन चारों को मारने के बाद खुद को गोली मार लेना चाहता था।

सुनील ने कार्यशैली से आहत होकर छोड़ी पुलिस की नौकरी

शिक्षक की नौकरी कर रहे मृतक सुनील इससे पहले पुलिस में था। पुलिस की कार्यशैली से खिन्न होकर उसने यह नौकरी छोड़ी और शिक्षक बन गया था। इस घटना से सुनील के परिवार में पुलिस के प्रति अधिक आक्रोश व्याप्त है।

अमेठी सांसद ने राहुल गांधी से कराई पीड़ित परिवार की बात

अमेठी में हुई घटना के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के निर्देश पर अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा शुक्रवार की शाम को मृतक के घर पहुंचे और उन्होंने मृतक के पिता रामगोपाल से राहुल गांधी की बात करवाई। राहुल गांधी ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए अतिशीघ्र न्याय दिलाने की बात कही और हर स्थिति में परिवार के साथ खड़े रहने का वादा किया।

इस मामले में अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि अमेठी में हुई आपराधिक घटना अत्यंत हृदयविदारक और निंदनीय है। पीड़ित परिवार के साथ सरकार पूरी गंभीरता के साथ खड़ी है और दोषियों पर कठोरता कार्यवाही के लिए संकल्पित है।

लखनऊ में घर बनाने का सपना रह गया अधूरा

शिक्षक सुनील कुमार भले ही गरीब परिवार से रहे हों, लेकिन उनके सपने बड़े थे। मेहनत की कमाई से वह लखनऊ में घर बनाना चाहते थे। एक साथी शिक्षक ने बताया कि सुनील ने लखनऊ में घर बनाने के लिए प्लाट भी देखा था। लखनऊ के सुल्तानपुर रोड पर उन्होंने जमीन देखकर तय कर ली थी। 12 लाख रुपये में प्लाट की डील हुई थी। नवरात्र में ही जमीन के बैनामे की तैयारी थी। लेकिन सुनील का यह सपना अधूरा रह गया।

एक साथ चार शव देकर हर एक शख्त की आंख रो पड़ी

रायबरेली के सुदामापुर गांव में शिक्षक सुनील, उसकी पत्नी पूनम और दो मासूम बच्चों के शव कफन में लिपटकर गांव पहुंचे तो देखने वाले हर शख्स की आंख रो पड़ी। आंसुओं के सैलाब के साथ चीत्कारों ने नियति को दुहाई दी। पिता राम गोपाल और मां राजवती तो इस तरह बिलख रहे थे कि उनकी यह दशा देखकर लोगों का मन मस्तिष्क तक डिग गया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी हुई।जो वहां मौजूद थे, कोई ऐसा शख्स नहीं दिखा जिसकी आंख में आंसू न हों। चार शवों ने हर किसी को भीतर से हिलाकर रख दिया। खाकी वर्दी में मौजूद पुलिस भी शवों को देखकर स्तब्ध रह गई। पिता राम गोपाल को सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौवहार ढांढस बधाते दिखे। ग्रामीणों के लिए यह घटना किसी अभिशाप से कम नहीं है।

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