लखनऊ/बहराइच। यूपी के बहराइच में भेड़ियों का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक ​बार फिर भूखे आदमखोर भेड़ियों ने अलग-अलग जगहों पर बच्ची को निवाला बनाया है। वहीं बुजुर्ग महिला को भेड़िये खींच ले गए, जिसकी हालत नाजुक बनी हुई है। जबकि आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से तमाम इंतजाम किये गये है। सारे इंतजाम के बाद भी भेड़िये इंसानों पर हमला कर निवाला बनाने से बाज नहीं आ रहे है। हालांकि वृहद स्तर पर चलाए गए वन विभाग, पुलिस व प्रशासन के सर्च ऑपरेशन के जरिए चार भेड़ियें पकड़े गए हैं लेकिन अभी भी कई नरभक्षी भेड़िये इलाके में घूम रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों में दहशत फैल गई है।

बहराइच के 35 गांवों में आदमखोर भेड़ियों का खौफ

बता दें कि पिछले एक माह से बहराइच के 35 गांवों में आदमखोर भेड़ियों का खौफ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। शासन स्तर पर आदमखोर भेड़ियों के आंतक का संज्ञान लेते हुए विशेषज्ञ टीमों के सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के बाद चार भेड़ियों को पकड़ लिया गया था। माना जा रहा था कि अब भेड़ियों का आतंक खत्म हो जाएगा, लेकिन एक फिर से आदमखोर भेड़ियों ने अलग-अलग गांवों में घाट लगाकर हमला किया। भेड़ियों के इस हमले से ग्रामीण दहशत में है, बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिये है। साथ ही खुद की घर से बाहर निकलने पर असुरक्षित महसूस कर रहे है।

महसी इलाके में भेड़िये ने बुजुर्ग महिला पर बोला हमला

जिले के महसी इलाके में रविवार की रात तीसरी बार आदमखोर भेड़ियों ने हमला किया। इस दौरान महसी के बारह निगाह मौजा कुटिया में सो रही 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला अंचाला पर आदमखोर भेड़िये ने पहला हमला रविवार की देर रात 12 बजे किया। भेड़िया बुजुर्ग का गला दबाकर घर से बाहर खींच कर ले आया। इस बीच चीख सुनकर परिजन जाग गए और लाठी-डंडे लेकर हाका लगाने लगे। इस पर भेड़िया बुजुर्ग को छोड़कर भाग निकला। वृद्धा को इलाज के लिए महसी सीएचसी ले जाया गया, जहां गंभीर हालत के चलते उन्हें बहराइच मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।

ढाई साल की बच्ची को बनाया निवाला

भूखे भेड़ियों ने दूसरा हमला गरेठी गुरुदत्त सिंह पुरवा में मां के साथ सो रही ढाई साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया और उसे सोमवार की भोर करीब चार बजे उठा ले गए। मां ने बच्ची को ना पाकर शोर मचाया और परिजनों का माथा ठनका। बच्ची की खोजबीन में परिजन व ग्रामीण जुट गए। इस बीच शुरू हुई। घर से करीब एक किलोमीटर दूर बच्ची का शव क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। इसको लेकर पूरे गांव में भेड़ियों के हमले के बाद दहशत बढ़ गई है। वहीं जानकारी पर वन विभाग व पुलिस पहुंची और कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

डीएम व एसपी ने गांव पहुंचकर परिजनों का लिया हाल

बीती रात हुए हमलों की जानकारी पर डीएम मोनिका रानी व एसपी वृन्दा शुक्ल ने मौके पर पहुंचे और परिजनों से हालचाल लिया है। डीएम का कहना है कि टीमे सर्च आपरेशन चला रही हैं, जल्द ही सभी आदमखोर भेड़ियों को पकड़ते हुए जनपद को उनके आतंक से मुक्त करा लिया जाएगा।वहीं मुख्यमंत्री याेगी ने बहराइच में भेड़ियाें के आतंक का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।

उन्हाेंने इलाके में काम्बिंग बढ़ाते हुए प्रभावी कदम उठाने निर्देश दिए हैं। उन्हाेंने अधिाकारियाें काे निर्देशित किया है कि वन्य जीवाें के हमले से लाेगाें काे बचाने के बेहतर उपाय किए जाए। लाेगाें की सुरक्षा के साथ वन्य प्राणियाें का रेस्क्यू कर उन्हें उनके स्थानाें पर पहुंचाए। ग्रामीणाें काे आवश्यक चीजाें काे उपलब्ध कराते हुए पूरी जनहानि काे लेकर बने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा के अंतर्गत प्रभावित लोगों के परिवारीजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराए।

आदमखोर भेड़ियों के हमले में 10 की गई जान, मृतकों में नौ बच्चे शामिल

जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक मार्च माह की शुरूआत से जारी हुआ। इस दौरान घूम-घूमकर भूखे भेड़ियों ने राह चलते, खेत में काम कर रहे ग्रामीणों पर हमला किया। वहीं रात के अंधेरे में तो खूूंखार भेड़ियों ने बच्चों को अपना शिकार बनाया। पूरे माहीने भेड़ियों ने ऐसा आतंक मचाया कि इनके सैकड़ों हमलों में 41 लोग घायल हो गए। वहीं 10 लोगों की नरभक्षी भेड़ियों का निवाला बन गये। इनमें सबसे ज्यादा नौ बच्चों को शिकार बनाकर भेड़िये अपनी भूख मिटा चुके हैं। चार भेड़ियों के पकड़े जाने के बावजूद ​एक बार फिर रविवार रात से फिर भेड़ियों की आमद से लोगों में दहशत का माहौल है।

भेड़ियों के आतंक का शासन के संज्ञान में सर्च ऑपरेशन जारी

बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के आतंक का संज्ञान शासन स्तर पर लिया गया है। बीते दिनों वृहद सर्च ऑपरेशन के जरिए चार भेड़ियें पकड़े गए थे। इसके बावजूद अभी भी कई नरभक्षी भेड़िये इलाके में घूमने और हमलों को लेकर उन्हें पकड़ने के लिए टीमों को लगा दिया गया है। भेड़ियों को पकड़ने के लिए गांवों में छह कैमरें और कई पिंजरें लगाए गए हैं। वन विभाग की 25 टीमों के साथ ड्रोन से दिन में निगरानी की जा रही है। पुलिस व जिला प्रशासन के साथ पीएसी के जवानों के द्वारा इलाके में कांबिंग की जा रही है। बच्चों को घरों से ना निकलने और रात में लोगों को अकेले ना घूमने की हिदायत के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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