संजीव सिंह, बलिया।जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में 43 मेधावियों को गोल्ड मेडल दिया। इसके साथ ही उन्होंने 23344 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की। उन्होंने कहा कि विवि रोजगार की दिशा में काम करें।

राज्यपाल के हाथों उपाधि प्राप्त करने वालों में स्नातक के 19448 व स्नातकोत्तर के 3894 मेधावी थे। इसमें 9452 छात्र और 13890 छात्राएं थीं। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगल पांडेय और चित्तू पाण्डेय को याद करते हुए कहा कि भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाले जयप्रकाश नारायण और पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर इसी धरती के थे।

गोल्ड मेडल पाने वालों में लड़कियां अधिक

उन्होंने कहा कि गोल्ड मेडल पाने वालों में लड़कियां अधिक हैं। जबकि बेटे पिछड़ रहे हैं। कहा कि आजकल सबसे आसान काम राजनीति है। जिसे लड़के पसंद करते हैं। लड़कों से पूछने पर कहते हैं कि उन्हें नेता बनना है। जबकी लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं। राज्यपाल ने कहा कि लड़के बिना कारण भी नेता बनने की इच्छा रखते हैं। जबकि उन्हें सोचना चाहिए कि जयप्रकाश नारायण जैसे महान नेता ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए देश के लाखों लोगों का नेतृत्व किया था।

विवि ऐसे विद्यार्थी तैयार करें जो सही दिशा में काम करें

राज्यपाल ने शिक्षा के महत्व के बारे में कहा कि विवि ऐसे विद्यार्थी तैयार करें जो सही दिशा में और आवश्यकता के अनुसार काम करें। विश्वविद्यालयों में हम जो पढ़ाते हैं वह जमीन पर सही ढंग से उतरता नहीं है। इसीलिए यह सोचना चाहिए कि जो शिक्षा दी जा रही है वह सही इस्तेमाल हो। शिक्षा देने के लिए यह तय होना चाहिए कि जिस उद्देश्य से शिक्षा दी जा रही है, उसका उपयोग सही हो।

कहा कि बलिया बाढ़ क्षेत्र है। भवन बनाते समय यहां यह देखना चाहिए कि किस उद्देश्य से भवन बनाया जा रहा है। एक क्लासरूम का उदाहरण देते हुए कहा कि ब्लैकबोर्ड बन गया था और ऊंचाई इतनी थी कि उस पर पढ़ाना शिक्षक के लिए परेशानी होती थी। मैंने इंजीनियर से कहा कि प्लेटफार्म बनाएं ताकि सबको सुविधा हो।

यदि हम विद्यर्थियों को कौशल नहीं देंगे तो विकास भी नहीं होगा

कहा कि कौशल विकास इस जिले के लिए सबसे जरूरी है। यदि हम विद्यर्थियों को कौशल नहीं देंगे तो विकास भी नहीं होगा। बोलीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर विद्यार्थी के लिए पैसे का प्रावधान किया है। कौशल विकास पर फोकस नहीं होगा तो विद्यार्थियों को लाभ कैसे होगा। देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों को बाध्य किया गया है कि विद्यार्थियों को इंटर्नशिप कराएंगे।

इससे विद्यार्थियों को रोजगार मिलेगा। एक करोड़ से अधिक बच्चों के लिए बिना ब्याज धनराशि देने का प्रावधान केन्द्र सरकार ने किया है। यह इसलिए किया गया है ताकि रोजगार बढ़े। विद्यार्थियों में अलग-अलग गुण होते हैं। उसे उत्साहित करना चाहिए। विवि के कर्ताधर्ताओं से कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़कर योजना बनाएं। जननायक विवि कृषि क्षेत्र में कैसे काम कर सकती है, इसके लिए कृषि विशेषज्ञों से राय लें।

ये बच्चे देश का भविष्य

कहा कि प्राइमरी स्कूल के एक बच्चे ने श्रवण कुमार और उनके माता-पिता पर चित्र बनाया है। जब बच्चे ऐसा कर सकते हैं तो कालेजों के विद्यार्थी क्यों नहीं कर सकते। इसके लिए विवि को आगे आना होगा। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए विश्वविद्यालय को आगे आना होगा।

ये बच्चे देश का भविष्य हैं। इनमें राष्ट्रप्रेम जागृत करना हमारा काम है। इसके पहले प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को राज्यपाल ने उपहार दिए।समारोह को उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, कुलपति प्रो संजीत गुप्त व कुलसचिव एसएल पाल आदि ने भी सम्बोधित किया।

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