लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया है। चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार वृद्धि हो रही है।
अधिक से अधिक पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिले
आज उत्तर प्रदेश के 64 जनपद मेडिकल कॉलेज की सुविधा से आच्छादित हैं। असेवित जनपद शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज से आच्छादित होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरुप 70 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के प्रदेशवासियों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस संबंध में विभाग को सभी आवश्यक कार्य व प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि अधिक से अधिक पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल सके।
गाजियाबाद में एम्स सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने जा रही
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जनपद गाजियाबाद में एम्स सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसके लिये सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को समय से पूर्ण किया जाए। इसी प्रकार जनपद बलरामपुर में केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर की निर्माण प्रक्रिया के कार्यों को भी तीव्र गति से आगे बढ़ाया जाये।सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक चिकित्सालयों व प्राथमिक चिकित्सालयों में साफ-सफाई व स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सभी चिकित्सालयों में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो
सीएम योगी ने कहा कि सभी चिकित्सालयों में डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य कार्मिक जवाबदेही के साथ कार्यों को क्रियान्वित करें ताकि सरकार की मंशा के अनुरुप लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके।डॉक्टर्स इमरजेंसी केसों को पूरी संवेदनशीलता के साथ देखें। 102 व 108 एंबुलेंस सेवा अच्छा कार्य कर रही हैं। इनके कार्यों को और बेहतर किया जाए। सभी चिकित्सालयों में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो।
स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाएं
सीएम ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रिंसिपल, डॉक्टर्स व अन्य सहयोगी स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि अच्छे मानदेय व कार्य के अनुसार इंसेंटिव की सुविधा के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर्स को जोड़ा जाए।राज्य सरकार ईज ऑफ डूइंग व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। प्राइवेट हास्पिटल्स के बेहतर कार्यों को देखते हुए उनके रजिस्ट्रेशन की समयावधि को कम से कम तीन से पांच वर्ष किया जाए।
हेल्थ वॉलंटियर्स के अनुभवों का विभाग लाभ उठाये
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज अपने यहां चिकित्सकीय उपकरणों-एक्स रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन, सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन व लिफ्ट इत्यादि के अनुरक्षण कार्यों के लिए अपने यहां एक काॅर्पस फंड की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कोरोना काल खंड में हेल्थ वॉलंटियर्स के अनुभवों का विभाग लाभ उठाये।