बहराइच। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष में भेड़ियों के हमले में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने घायलों से मिलकर भी हालचाल जाना।

मुख्यमंत्री ने सहायता राशि, घायलों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन, पीड़ित परिवारों के स्वास्थ्य और बच्चों की पढ़ाई आदि की भी जानकारी ली।सीएम योगी यहां मीडिया से भी मुखातिब हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, जब तक क्षेत्र खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, वन विभाग, जिला प्रशासन-पुलिस टीम निरंतर यहां कार्य करेगी।

वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा है। जनहानि पर पीड़ित परिवार को तत्काल पांच लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराते हैं। जंगली जानवरों के हमले में घायलों के लिए एंटी रैबीज वैनम उपलब्ध कराई गई है।

योगी ने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए यहां वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात है। 4 थर्मल ड्रोन लगाए गए हैं। पहली प्राथमिकता भेड़िए को रेस्क्यू करने की है। यदि उसकी हिंसक गतिविधियां बढ़ीं या उसने जनहानि का प्रयास किया तो उसे शूट करने के भी आदेश दिए गए हैं। यह अंतिम विकल्प है, इससे पहले अन्य विकल्पों पर भी कार्य किया जा रहा है।

सूचना मिलते ही शुरू कर दी गई कार्रवाई

पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महसी विधानसभा क्षेत्र के नदी से सटे इलाकों में दो माह से भेड़ियों के आतंक के कारण कुछ जनहानि हुई है। भेड़ियों ने कुछ बच्चों को घायल भी किया है। जनप्रतिनिधियों ने जब पहली बार इससे अवगत कराया तो मैंने प्रशासन को तत्काल अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इसके उपरांत वन मंत्री व विभागीय अधिकारियों को टीम के साथ भेजा गया।

अब तक 5 भेड़िए रेस्क्यू, एक की तेजी से चल रही तलाश

योगी ने कहा कि इस क्षेत्र के 20-25 किमी. दायरे में दो महीने में 8 जनहानि हुई। अब तक पांच भेड़िए रेस्क्यू किए गए हैं। एक अभी भी पकड़ से बाहर है। जंगली जानवरों की दृष्टि से जो क्षेत्र संवेदनशील होता है। इस सीजन में ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती हैं। जिन क्षेत्रों में जंगली जानवर रहते हैं, वहां पानी घुस आता है तो वे अन्य स्थानों की तरफ प्रस्थान करते हैं और शिकार की तलाश में कभी-कभी मानव बस्ती के समीप आ जाते हैं। जहां इन्हें आसान शिकार मिलता है, वहां ऐसे हमले दिखते हैं।

दो-तीन सितंबर के बाद से घटनाओं को रोकने में मिली सफलता

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 17 जुलाई को पहली घटना हुई थी, जब भेड़िए ने एक वर्ष के बच्चे को शिकार बना लिया था। फिर यह लगातार चलता रहा। उन्होंने कहा कि भेड़िए ने अलग-अलग गांवों को निशाना बनाया। हमले के दायरे में भी चार-पांच दिन का अंतर रहा। पहली सितंबर को अंतिम घटना घटी थी। इसके बाद जनहानि की सूचना नहीं है। दो-तीन सितंबर को एक बच्चे पर हमले की सूचना थी। इसके उपरांत हमले की भी शिकायत नहीं है।

घरों पर दरवाजे लगवाने की हो रही व्यवस्था

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में अब तक केंद्र व राज्य सरकार ने 56 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराया है। यहां सभी पीड़ितों के पास भी पक्के आवास हैं। हालांकि कुछ लोगों के घर के बाहर दरवाजे नहीं थे। अन्य मद से दरवाजा लगाने की व्यवस्था की गई।

स्वच्छ भारत मिशन में हर परिवार को एक-एक शौचालय दिए गए थे। फिर भी जहां यह व्यवस्था नहीं हो पाई, ऐसे लोगों के लिए अतिरिक्त शौचालय की व्यवस्था की है। लाइटिंग, सुचारू पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। जो पात्र व्यक्ति अब तक आवास की सुविधा से वंचित है, तत्काल उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। प्राथमिकता के आधार पर कैंप लगाकर पात्रों को आवास, शौचालय, आयुष्मान, राशन कार्ड आदि सुविधाओं से आच्छादित कराने का भी निर्देश दिया गया है।

बच्चों को दी चॉकलेट

इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित बच्चों को दुलारा-पुचकारा। नाम पूछा और उन्हें चॉकलेट भी दी। सीएम ने बच्चों से उनकी शिक्षा, स्कूल और कक्षा आदि के बारे में भी जानकारी ली।इस दौरान वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, बहराइच सांसद आनंद कुमार गोड़, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, अनुपमा जायसवाल, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, प्रज्ञा त्रिपाठी आदि की मौजूदगी रही।

मुख्यमंत्री योगी ने बहराइच में जनप्रतिनिधियों संग की बैठक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच प्रवास के दौरान रविवार को जनप्रतिनिधियों संग बैठक भी की। इसके पहले मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ व क्षेत्र की स्थितियों से भी अवगत हुए। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि जनजीवन सामान्य है लेकिन सतर्कता की अभी भी आवश्यकता है।

जल्द ही भेड़िए को पकड़ लिया जाएगा

मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधि आमजन के बीच में रहे और विश्वास दिलाए कि जल्द ही भेड़िए को पकड़ लिया जाएगा। सीएम ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पाने से जो पात्र अभी बच गए हैं, अभियान चलाकर उन्हें इसका लाभ भी मुहैया कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों, जिला, पुलिस प्रशासन व वन विभाग की टीम ने बेहतर समन्वय से इस परिस्थिति का सामना करते हुए आम जनमानस के मन में विश्वास पैदा किया है। वन विभाग व प्रशासन की आगे की रणनीति पर काम कर रही है।

हवाई सर्वे कर लिया जायजा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ व यहां की स्थितियों का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से बाढ़ समेत अन्य मुद्दों पर किए जा रहे प्रयासों को लेकर जानकारी हासिल की। उन्हाेंने जनहानि पर मृतक आश्रितों को दी गई सहायता राशि, घायलों के इलाज व स्वास्थ्य आदि की भी जानकारी ली।

सभी गांवों का सर्वे किया है, जनजीवन सामान्य

सीएम योगी ने कहा कि इन सभी गांवों का सर्वे किया है, जनजीवन सामान्य है। सतर्कता की आवश्यकता है। जब तक क्षेत्र खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, टीम सतर्कता के साथ आमजन की सेवा करते हुए प्रत्येक व्यक्ति को बचाने के लिए यहां कार्य करती रहेगी।बैठक में वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, बहराइच सांसद आनंद कुमार गाैड़, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, अनुपमा जायसवाल, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, प्रज्ञा त्रिपाठी आदि माैजूद रहे।

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