लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आउट कराने के नाम पर ठगी करने वाला आरोपी हंस रंजन कुमार एसटीएफ वाराणसी इकाई के हत्थे चढ़ गया। एसटीएफ की टीम ने आरोपी के पास से 1 मोबाइल फोन, 2 डेबिट कार्ड, 1 डीएल, 1 पासपोर्ट और पैनकार्ड बरामद किया। शनिवार को एसटीएफ वाराणसी के स्थानीय अफसरों ने बताया कि आरोपी मुजाहिदपुर, थाना परवत्ता, जनपद खगड़िया (बिहार) निवासी हंस रंजन को कैंट थाना क्षेत्र के चर्च के पास से गिरफ्तार किया गया।

महिला से पांच सौ और पुरुष अभ्यर्थियों से लेता से एक हजार

कैण्ट, पुलिस कमिश्नरेट में अभियोग पंजीकृत कराने के बाद अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस कर रही है। अफसरों ने बताया कि एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी को शिकायत प्राप्त हुई कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ग्रुप में जोड़े जाने के नाम पर महिला अभ्यर्थियों से 500 रूपये व पुरूष अभ्यर्थियों से 1000 रूपये यूपीआई (फोन-पे) के माध्यम से लिया जा रहा है। इस व्हाट्सएप ग्रुप से जुडे अभ्यर्थियों को पुलिस भर्ती परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर पैसे की मांग की जा रही है।इसके ग्रुप एडमिन ने अपना नाम ‘‘इन्सपेक्टर हंसराज ग्रुप’’ अंकित किया है। जब ग्रुप एडमिन के सम्बंध में छानबीन की गयी तो पाया गया कि हंस रंजन कुमार आरक्षी भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है।

80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप, चैनल बनाया गया था

पूछताछ में सामने आया कि परीक्षा के लगभग 7-8 माह पूर्व मोबाइल नंबर 969341 से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलग-अलग लगभग 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप, चैनल बनाया गया था। जिसमें लगभग 35000 लोगों को इससे जोड़ा गया। परीक्षा होने के बाद जो अभ्यर्थी इसको पैसा देकर ग्रुप का सदस्य बनते थे। और प्रश्नपत्र न प्राप्त होने पर जब अपना पैसा वापस मांगते थे, तो आरोपी टालमटोल करता था। आरोपी 2024 की पुलिस भर्ती परीक्षा में व्हाट्सएप, टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से ठगी करने लगा। इस दौरान इसने हजारों अभ्यर्थियों से लगभग बीस लाख रूपये प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर ले लिया।

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