लखनऊ/कानपुर। मौसमी गतिविधियां अब उत्तर प्रदेश के अनुकूल नहीं है और मानसून मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान में सक्रिय हो गया है। इससे आगामी दिनों उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के ही आसार हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मौसमी पैटर्न बदला तो हो सकता है कि तीन दिन बाद भारी बारिश हो, नहीं तो 15 अगस्त के बाद ही उत्तर प्रदेश में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं लखनऊ में सोमवार को दिनभर बादलों की आवाजाही लगी रही। बारिश न होने से उमस भरी गर्मी बढ़ गई है।

मानसून की ट्रफ लाइन भी खिसक गई

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि डीप डिप्रेशन अब उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ गया है और डिप्रेशन में कमज़ोर हो गया है। यह संभवतः उत्तर-पूर्वी राजस्थान से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और 24 घंटों के भीतर धीरे-धीरे कमज़ोर होकर एक गहरा निम्न दबाव बन जाएगा।

ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर हो गया है और मानसून की ट्रफ लाइन भी खिसक गई है। मानसून की द्रोणिका अब जैसलमेर, अजमेर (डिप्रेशन का केंद्र), सतना, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में पहुंच रही है। उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों स्थानीय स्तर पर खण्डवार हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इस दौरान मेघ गर्जन व तेज हवाएं भी चलेंगी और मंगलवार को तापमान भी बढ़ सकता है।

तेज हवाओं एवं गरज चमक के साथ बारिश के आसार

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 34.0 और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 76 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 71 प्रतिशत दर्ज की गई। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 16.2 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहेंगे। इस दौरान तेज हवाओं एवं गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।

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