लखनऊ। राजधानी के गोमतीनगर में जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपित को पुलिस ने कानपुर में रहने वाली मौसी के घर से गिरफ्तार किया है। वह नाबालिग है। इस मामले में अब तक 25 लोग गिरफ्तार किये जा चुके, जिनमें तीन नाबालिग हैं। यह पूरा मामला चर्चित होने के बाद कई पुलिसकर्मी भी निलंबित हुए थे।
जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी
डीसीपी ने बताया कि सोमवार को बताया कि 31 जुलाई को गोमती नगर में जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले में तब से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित कर गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में पुलिस ने कानपुर से एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है, जो घटना के बाद पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए मौसी के यहां छिपकर रह रहा था। वह मूलरूप से लखनऊ के इंदिरानगर में रह रहा था। हाईस्कूल में पढ़ाई करता है और पिता बढ़ई हैं।
पुलिस की कई टीमों ने 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में लापरवाही को लेकर कई पुलिसकर्मी भी निलंबित और कई अधिकारी हटाए गए थे। शासन ने इसे गंभीरता से लेकर सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इसी के बाद से आरोपितों की धरपकड़ का अभियान चल रहा है। पुलिस की कई टीमों ने 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। कई सोशल मीडिया अकाउंट देखे गए। इनकी मदद से हुड़दंग में शामिल आरोपियों की पहचान की गई।अब तक पच्चीस लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें कई आरोपितों के खिलाफ सेवन सीएल के तहत कार्रवाई की गयी है।
पुलिस पर भी हुई थी कार्रवाई
गोमतीनगर में बुधवार को मरीन ड्राइव पुल के पास युवती से छेड़छाड़ कर अश्लीलता करने के मामले में मुख्यमंत्री की सख्ती पर बीते बृहस्पतिवार को डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी, एसीपी गोमतीनगर को हटा दिया गया था। वहीं, गोमतीनगर इंस्पेक्टर समेत अंबेडकर पार्क चौकी के सभी पुलिसकर्मी (दो दरोगा व दो सिपाही) निलंबित कर दिए गए थे। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।