लखनऊ/वाराणसी। दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के अहिल्याबाई घाट पर बुधवार को गंगा में नहाते समय चार युवक डूबने लगे। आसपास मौजूद लोगों के शोर मचाने पर मल्लाहों और जलपुलिस ने दो युवकों को बचा लिया। वहीं दो युवक गहरे पानी में समा गए। तेज बहाव में घंटों परिश्रम के बाद गोताखोरों ने डूबे दोनों सगे भाइयों के शव को गंगा से निकाल लिया। दो की मौत होने से परिवार में कोहराम मच गया।

काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए आए थे

पुलिस ने शव को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। दिल्ली के तुगलकाबाद के रहने वाले प्रेमानंद ठाकुर अपने दो बेटों प्रसून ठाकुर (21), प्रभात ठाकुर (18) और बेटों के दो दोस्त उज्ज्वल कुमार व ध्रुव के साथ श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए आए थे। आज सभी लोग गंगा स्नान के लिए अहिल्याबाई घाट पर पहुंचे। गंगा की लहरों का उफान देख सभी किनारे ही स्नान कर रहे थे। इसी दौरान पानी के तेज बहाव में संतुलन बिगड़ने पर प्रभात ठाकुर डूबने लगा। यह देख उसका भाई प्रसून ने उसे बचाने की कोशिश की तो वह भाई के साथ गहरे पानी में समा गया।

गोताखोरों ने लगभग एक घंटे तक परिश्रम के बाद खोज निकाला

यह देख उसके दोस्त उज्ज्वल कुमार व ध्रुव भी उन्हें बचाने के लिए गहरे पानी में उतर गए। दोनों पानी के तेज बहाव में डूबने लगे तो प्रेमानंद और परिवार के लोगों ने शोर मचाया। घाट पर मौजूद मल्लाहों ने उज्ज्वल और घ्रुव को तो किसी तरह बचा लिया लेकिन प्रसून और प्रभात गहरे पानी में दम तोड़ चुके थे। मल्लाहों ने प्रभात ठाकुर का शव तुरंत गहरे पानी से ढूंढ़ लिया। प्रभात के शव को एनडीआरएफ व स्थानीय गोताखोरों ने लगभग एक घंटे तक परिश्रम के बाद खोज निकाला। दोनों बेटों के शव को देख प्रेमानंद ठाकुर बदहवास हो गए।

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