लखनऊ । यूपी के हाथरस में मंगलवार को दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। यहां के सिंकदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव फुलरई में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच जाने से 100 लोगों की मौत हो गई। जबकि 150 से अधिक घायल हो गये। इस घटना में कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े हैं। हाथरस के सिकंदराराऊ सामुदायिक केन्द्र के बाहर 95 लाशें बिखरी पड़ी हैं। एक साथ इतनी संख्या में घायल पहुंचे कि अस्पताल के बाहर लोगों को जमीन पर ही लिटाकर इलाज शुरू किया गया हाथरस से अब तक 27 शव एटा लाए गए। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। घटना को लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुख जताया है।

सत्संग खत्म होने के बाद अचानक मची भगदड़

बताया जा रहा है कि सत्संग में नब्बे हजार से अधिक लोगों की भीड़ थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है।

घटना उस समय घटित हुई कि जब सत्संग खत्म होने के बाद एक साथ लोग निकल रहे थे। जहां सत्संग हो रहा था हॉल सकरी और गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए।

एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी

वहीं घटना के संबंध हाथरस जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। यह एक प्राइवेट कार्यक्रम था। अभी मृतकों का पूरा आंकड़ा पता नहीं चला है। 50 से 60 के करीब मृतक संख्या बताई जा रही है। सत्संग में पुलिस की ड्यूटी सुरक्षा के लिए लगाई गई थी। अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जानी थी। सीनियर अधिकारी को जांच के लिए लगाया गया है। मैं अभी ज्यादा बताने की स्थिति में नहीं हूं। अभी इलाज हमारी प्राथमिकता है। जांच की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस एवं प्रशासन घटना स्थल मौजूद रहे।

सत्संग खत्म होते ही बाबा का पैर छूने की लगी होड़

बाबा का सत्संग खत्म होने के बाद से ही जैसे ही उनके भक्तों की पैर छूने की होड़ मच गयी। लोग बिना किसी की परवाह किये ही बाबा की तरफ दौड़ पड़े । जिसका नतीजा रहा कि कोई धक्के से गिरा तो कोई फिसलकर। किसी का सीना कुचला तो किसी का सिर। उमस पहले से सांसों पर भारी थी। अस्पतालों में भर्ती लोगों से जब बात की गई तो उनका कहना था कि भीड़ के बीच सांस लेना तक मुश्किल हो रहा था। इसी दौरान भगदड़ मच गई।

लोग मरते गए बाबा के कारिंदे गाड़ियों से भागते रहे

भगदड़ के दौरान लोग मरते रहे और बाबा के कारिंदे गाड़ियों से भागते रहे। किसी ने भी रुककर हालात को जानने की कोशिश नहीं की। बताया जा रहा है कि यहां से बाबा का काफिला एटा की तरफ रवाना हु्आ था। बाबा के काफिले में 10 लग्जरी गाड़ियां थीं। उनका सुरक्षा दस्ता भी तीन गाड़ियों में था।

घटना के बाद जब आयोजकों ने उन्हें फोन करने की कोशिश की तो किसी का भी फोन रिसीव नहीं हुआ। बाद में तो खुद बाबा का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया था। जब बाबा का फोन स्विच ऑफ हुआ तो जो स्थानीय लोग आयोजन से जुड़े हुए थे वह भी मौका देखकर भाग निकले।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरा शोक व्यक्त किया

इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान हाथरस हादसे में मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मैं भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हरसंभव सहायता की जाएगी।

मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक मदद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री योगी ने मुआवजे का ऐलान करते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी जारी किए हैं।

मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर मांगी रिपोर्ट

घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर है और वह पल पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी तलब की है। इसके अतिरिक्त सरकार कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर के साथ ही बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।

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