लखनऊ । यूपी के हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत रतीभानपुर फुलरई गांव में 200 बीघा जमीन पर बनाए गए पंडाल में भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम के दौरान 116 से अधिक लोगों की मौत और सैकड़ों लोगों के घायल होने के बाद आगरा के प्रस्तावित सत्संग कार्यक्रम पर रोक लगा दी गई है। इस मामले को लेकर सीएम योगी ने कड़ा रूक अख्तियार कर लिया है। इसी के तहत पुलिस भोले बाबा की गिरफ्तारी के लिए मैनपुरी उनके आश्रम पर पहुंच गई है।

आगरा में होने वाले बाबा के कार्यक्रम निरस्त

हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई। बड़ी संख्या में भगदड़ के दौरान लोगों के हताहत होने और सैकड़ों लोगों के घायल होने की इस घटना के बाद आगरा में होने वाला भोले बाबा का सत्संग निरस्त कर दिया गया है।

चार जुलाई को होने वाला था संत समागम सत्संग

भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध नारायण हरि साकार बाबा का आगरा के सैया कस्बे में इसी 04 जुलाई 2024 को संत समागम सत्संग होना था। इसकी सारी तैयारी कर ली गई थी। टेंट भी लग गया था। सत्संग के लिए उप जिलाधिकारी से अनुमति ली गई थी। हाथरस की घटना के बाद आगरा का सत्संग निरस्त कर दिया गया है।

हादसे के बाद किसी रियायत के मूड में नहीं शासन-प्रशासन

इस बड़ी घटना के बाद बाबा की धर-पकड़ की कार्रवाई तेज कर दी गई है। उनके मैनपुरी स्थित आश्रम पर भी पुलिस ने छापा मारा है। इस बड़ी दुर्घटना के बाद शासन प्रशासन बाबा के साथ कोई भी रियायत बरतने के मूड में नहीं दिख रहा है। बड़ी कार्रवाई करने के पूरे इरादे के साथ प्रभावी प्रयास किया जा रहे हैं।

फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, जांच शुरू

हाथरस भगदड़ स्थल की जांच-पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। इस हादसे में 116 लोगों की जान जा चुकी है। यह घटना ‘भोले बाबा’ द्वारा आयोजित सत्संग के दौरान घटी। फोरेंसिक टीम ने डॉग स्क्वॉड के साथ जांच शुरू कर दी है।  हालांकि प्रशासन में हाथरस में मरने वालों की पहचान करते हुए लिस्ट जारी कर दी है। 116 लोगों की शिनाख्त करते हुए उनके शवों को परिजनों के हैंडओवर किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।

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