विनीत वर्मा, लखनऊ । राजधानी में एक अजीबों -गरीब घटना सामने आयी। यहां पर एक होटल में एक युवक ने खुद को गोली माकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो घटना स्थल से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें एक महिला का जिक्र करते हुए लिखा था कि मुझे खुद अपना नंबर देकर मुझसे बात की फिर प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठे और मांग पूरी नहीं की तो रेप का केस दर्ज करवा कर जेल भिजवा दिया। जमानत पर छूटने के बाद फिर से रुपयों की मांग कर रही है। इसलिए अब मेरे पास मौत को गले लगाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

लखीमपुर से 13 जुलाई को आकर होटल में लिया कमरा

मृतक की शिनाख्त सराफ मनोज कुमार सोनी उम्र 35 पुत्र राम स्वरूप निवासी औरंगाबाद मार्ग मैगलगंज जनपद लखीमपुर खीरी के रूप में हुई। होटल कर्मियों से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि मनोज अपने कार से 13 जुलाई को शाम के समय आकर किराये पर रूम लिया था।सोमवार सुबह नौ बजे चेक-आउट करना था। होटल कर्मचारी ने सुबह आठ बजे जब दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला। एक घंटे बाद दोबारा प्रयास किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब 11 बजे तक कोई जवाब नहीं मिला तब पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि भीतर बेड पर खून से लथपथ मनोज पड़ा मिला। पास में तमंचा पड़ा था।

दुष्कर्म मामले में जेल जाने के बाद पत्नी छोड़कर चली गई थी घर

पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि मृतक बरगवां बाजार थाना पिसावा जिला सीतापुर में ज्वैलरी शॉप चलाता था । वही की महिला मित्र से अवैध सम्बन्ध में बलात्कार सम्बन्धी प्रकरण में थाना पिसावा से जेल जा चुका है । मृतक के परिवार में पत्नी व दो बच्चे है ,पत्नी पति को छोड़कर बच्चों के साथ घर छोड़कर जा चुकी है । जिसकी वजह से और परेशान रहता था। अभी पिछले साल जेल से छूटकर घर आया था। जानकारी मिलने पर दोपहर बाद परिजन भी आ गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

सुसाइड नोट में मृतक व्यक्त किया अपना पूरा दर्द, न्याय की मांग

सुसाइड नोट में मनोज ने लिखा है कि बरगांवा में उनकी ज्वैलरी की दुकान थी। छह साल पहले एक महिला दुकान पर आई थी। अपना मोबाइल नंबर देकर गई थी। उससे बातचीत होने लगी थी। महिला ने प्रेम जाल में फंसाया। करीब नौ लाख रुपये ऐंठे। ये रकम जमीन बेचकर दी। और पैसे मांगने पर जब नहीं दिया तो दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया। आगे नोट में लिखा कि पिछले साल नवंबर में जब जमानत पर जेल से छूटा तो महिला फिर से ब्लैकमेल कर पैसे मांगने लगी। इसलिए दुकान बंद कर दूसरी जगह खोली। वह वहां पर भी आने लगी। इसलिए अब कोई रास्ता नहीं बचा है। मुझे न्याय दिला देना। नोट में महिला का नाम और पता भी लिखा है।

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