लखनऊ। KIA MOTORS की एजेंसी दिलाने के नाम पर लगभग 72 लाख रूपये की साइबर धोखाधड़ी करने वाले गैंग के सरगना सहित छह अन्तर्राज्यीय साइबर अपराधी गिरफ्तार किया है। साथ इनके कब्जे से फर्जी कागजात, मोबाइल, नगदी आदि बरामद किया है।
करीब 72 लाख रुपये की हुई थी साइबर ठगी
आवेदक तेजश्वी शुक्ला निवासी गौरीगंज, थाना भेलूपुर वाराणसी, उत्तर प्रदेश द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना वाराणसी में प्रार्थना पत्र इस आशय से प्रस्तुत किया गया कि उनके साथ अज्ञात साइबर अपराधियो द्वारा KIA MOTORS कम्पनी के नाम से फर्जी बेवसाइट ईमेल के माध्यम से एजेन्सी दिलाने के नाम पर कुल करीब 72 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गयी है। जिस पर थाना स्थानीय पर मु.अ.सं. 0063/2024 धारा-417, 420, भा.द.वि. व 66 डी, आई.टी. एक्ट पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित है।
घटना का सफल अनावरण हेतु टीम का गठन किया गया
उक्त प्रकरण के गंभीरता के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त कमिश्ररेट वाराणसी मोहित अग्रवाल के निर्देशन में पुलिस उपायुक्त (अपराध) चन्द्रकान्त मीना द्वारा घटना का सफल अनावरण हेतु टीम का गठन किया गया। जिसके पश्चात् अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) सरवणन टी. व सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) गौरव कुमार द्वारा नेतृत्व करते हुए प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना विजय नारायण मिश्र की अगुवाई में साइबर क्राइम थाना वाराणसी टीम द्वारा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व डिजिटल फुटप्रिंट, ओपेन सोर्स इंटेलिजेंस टूल आदि की मदद से उक्त घटना में शामिल गैंग के सरगना सहित 06 साइबर अपराधियो को वाराणसी से गिरफ्तार किया गया।
अपराध करने का तरीका
अभियुक्तगण के द्वारा सामूहिक रुप से मुकदमा उपरोक्त में आपराधिक षडयन्त्र के तहत योजनापूर्वक KIA MOTORS कम्पनी के नाम की फर्जी वेबसाइट/ईमेल बनायी गई तथा इस बेवसाइट ईमेल के माध्यम से वादी मुकदमा को अपने झांसे में फसाने के लिए KIA MOTORS कम्पनी के फर्जी REPRESENTATIVE बनकर एजेन्सी दिलाने के बाबत फर्जी व कूट रचित दस्तावेज जैसे इनलिस्टमेन्ट लेटर, इन्टेन्ट लेटर आदि भेजा गया तथा तथाकथित KIA MOTORS कम्पनी के बैंक खाते में रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी मनी, जीएसटी फीस आदि का हवाला देते हुए पैसा विभिन्न खातों में डलावाया गया।
जिसका फर्जी KIA MOTORS COMPANY के लेटर हेड पर फर्जी INVOICE भेज कर वादी मुकदमा को अपने झांसे में लेकर साइबर ठगी की गयी।योजनबद्ध तरीके से करते रहे काम अभियुक्तगण द्वारा यह कार्य योजनबद्ध तरीके से आपराधिक षडयंत्र के तहत शामिल रहकर अपना अपना कार्य जैसे वेवसाइट/ई-मेल से लीड प्राप्त करना, पीड़ितो को काल करना, फर्जी सिम व म्यूल बैंक खातों का प्रबन्ध करना व इंटरनेट बैंकिंग का संचालन कर पैसे ट्रासफर करना, ए.टी.एम. के माध्यम से निकासी करना आदि किया गया है।
फर्जी सिम कार्ड व म्यूल बैंक खातों का करते है प्रयोग
ठगे गये पैसों को अपने कार्य अनुसार आपस में बांट लिया गया है, अभियुक्तगण काफी शातिर किस्म के चालाक व तकनीकि रूप से दक्ष व अभ्यस्थ साइबर अपराधी है तथा साइबर अपराध करने के तौर तरीको से भली भाति परिचित है, ये लोग अपनी पहचान छिपाने व पुलिस के पहुंच से दूर रहने के उद्देश्य से फर्जी सिम कार्ड व म्यूल बैंक खातों का प्रयोग करते है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का विवरण-
1 – दीपक कुमार पुत्र राजकिशोर प्रसाद उम्र 21 वर्ष निवासी दशरथपुर, पोस्ट- पावापुरी, थाना- गिरियक, जिला नालन्दा बिहार पिन नं.- 803115, स्थायी पता- ग्राम पलटपुर, पो० कटौना, थाना कतरी सराय, जनपद- नालंदा बिहार
- प्रभाकर कुमार उर्फ विकू पुत्र जितेन्द्र प्रसाद उम्र 26 वर्ष निवासी दशरथपुर, पोस्ट- पावापुरी, थाना- गिरियक, जिला नालन्दा बिहार पिन नं.-8031151
- हिमांशु राज पुत्र कृष्ण कुमार उम्र 19 वर्ष निवासी सरबहदी, पोस्ट- सरबहदी, थाना मानपुर, जनपद- नालन्दा बिहार पिन- 803107। 4- सौरव कुमार पुत्र रंजीत प्रसाद उम्र 22 वर्ष निवासी- दशरथपुर, पोस्ट- पावापुरी, थाना- गिरियक, जिला नालन्दा बिहार पिन नं.- 803
- आलोक कुमार पुत्र मृत्युन्जय कुमार उर्फ सुनील उम्र 23 वर्ष निवासी दशरथपुर, पोस्ट- पानापुरी, थाना- गिरियक, जिला पिन नं.- 803115
- अभिषेक कुमार उर्फ छोटू पुत्र संजय प्रसाद उम्र-18 वर्ष निवासी रघु बिगहा, पोस्ट- सबैत, थाना नालन्दा, बिहार पिन- 803 गिरफ्तारी/हिरासत पुलिस का स्थान साइबर क्राइम पुलिस थाना वाराणसी।