लखनऊ/कन्नौज । यूपी के कन्नौज में दिल को झकझोर देने वाला दुखद हादसा हो गया। यहां पर चार बच्चे तालाब में नहा रहे थे। इस दौरान नहाने समय दो बच्चे डूबने लगे, जिन्हें बचाने के लिए उनके साथ दो और बच्चे डूबने लगे। इस प्रकार से एक दूसरे को बचाने के चक्कर में चारों बच्चों की जान चली गई। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही डीएम व एसपी आलाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच गए।

गुरसहायगंज के समधन अंतर्गत मोहल्ला गदार्बाद की घटना

सोमवार को अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे कोतवाली गुरसहायगंज के कस्बा समधन अंतर्गत मोहल्ला गदार्बाद में स्थित तालाब पर नहाने जुनेद पुत्र मुबीन आयु लगभग 10वर्ष,अब्दुल्ला पुत्र सहीम आयु लगभग 11वर्ष,हसन पुत्र तनवीर आयु लगभग 12 वर्ष और सादान पुत्र सोहेल आयु लगभग 11वर्ष साथ साथ पहुंचे।नहाते समय गहरे पानी में जाने से चारो बालकों की मौत हो गई। मृतक चारो बच्चे कस्बा समधन के मोहल्ला गर्दा बाद के ही निवासी थे। नहाते समय गहरे पानी में जाने से चारों बच्चे डूब गए। गहरे पानी में डूबने से चारों बच्चों की मौत हो गई। जानकारी होते ही घरों में हाहाकार मच गया ।

सूचना मिलते ही डीएम व एसपी मौके पर पहुंचे

ग्रामीणों ने तालाब में घुसकर एक-एक मासूम को जब तक बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। गांव में चार मासूम की तालाब में डूबने से मौत की सूचना पर मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पर डीएम शुभ्रांत शुक्ला, एसपी अमित कुमार आनंद, छिबरामऊ एसडीएम उमाकांत तिवारी, सीओ सदर कमलेश कुमार मौके पर पहुंचे। अफसरों ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। डीएम ने पीड़ित परिवारों को दैवीय आपदा कोष से चार-चार लाख रुपये की मदद देने का भरोसा दिलाया।तब जाकर शव के पोस्टमार्टम को राजी हुए।

घर का बुझ गया इकलौता चिराग

गांव में एक साथ चार मासूमों की मौत से मातम छा गए। चार बच्चों में तनवीर पुत्र हसन की भी मौत हो गई। हसन चार बहनों में इकलौता भाई था। उसकी मौत होने से जैसे की परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा। क्योंकि घर का वही इकलौता चिराग था जो बुझ गया। उसकी मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी मिलते ही पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी भी मौके पर पहुंच गए और प्रशासन से मांग की है कि वह मृतक बच्चों के परिवार को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाए।

प्रशासन की अपील के बाद भी अभिभावक नहीं दे रहे ध्यान

लगातार बारिश के चलते तालाब, नदी, पोखरे उफना गए है। ऐसे में इसमें उतरना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए प्रशासन द्वारा लगातार अपील की जा रही है कि बच्चों को नदी, तालाब व पोखरे में नहाने को न जाने दे। इसके बाद भी अभिभावकों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि कन्नौज में एक साथ चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। हालांकि बताया जा रहा है कि तालाब पर जब बच्चे नहाने जा रहे थे तो उन्हें मना किया गया लेकिन बच्चों ने सुनी नहीं।

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