संजीव सिंह, बलिया। ग्रामीण स्तर पर खुले अस्पतालों में आज भी लोगों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। चूंकि वहां पर खुले अस्पताल में डाक्टर व कर्मचारी समय पर बैठते ही नहीं है। भले ही हर जिले में जिला अस्पताल के अलावा प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले गए हैं, ताकि लोगों का बेहतर इलाज हो सके, लेकिन जिले के इन अस्पतालों की हकीकत कुछ और ही है। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बुधवार को सभी उपजिलाधिकारियों से सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण कराया तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया।

एसडीएम ने जिले के दस सरकारी अस्पतालों का किया औचक निरीक्षण

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों व कर्मचारियों की उपस्थिति जांचने के लिए सभी तहसीलों के एसडीएम ने जिले के दस सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया तो इस दौरान कुल 18 डॉक्टर व 66 अन्य स्टॉफ ड्यूटी से ​गैरहाजिर मिले। इन सभी अनुपस्थित डॉक्टरों व कर्मचारियों को एक दिन का वेतन काटने का निर्देश सीएमओ को दिया है। साथ ही डीएम ने यह भी कहा ​है कि सभी अस्पतालों में समय से उपस्थिति व बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

सागरपाली में तैनात नौ कार्मिकों में से चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले

निरीक्षण में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, काजीपुरा में तैनात कुल 12 कार्मिकों के सापेक्ष लैब टेक्निशियन फहीजुर्रहमान अंसारी ही उपस्थित मिले, जबकि चिकित्साधिकारी डा. शैलेश कुमार व 10 कार्मिक गायब मिले। न्यू पीएचसी सागरपाली में तैनात नौ कार्मिकों में से चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बांसडीह में डा. प्रणय कुनाल, डा. यश्वी सिंह, डा. प्रियदर्शन सिंह, डा. बीरबहादुर सिंह चिकित्साधिकारी सहित कुल 18 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बेरूआरबारी में चिकित्साधिकारी डॉ एसके सिंह, डॉ पीडी शुक्ला, डॉ रामायण यादव सहित कुल 12 कार्मिक अनुपस्थित मिले।

सीएचसी खेजुरी में तीन डाक्टर मिले गायब

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा में डॉ जया पाठक, डा. साल्टी कसेरा, डा. राजेश कुमार, डा. सुमन कुमार व वरिष्ठ लिपिक पुनीत श्रीवास्तव अनुपस्थित पाये गये। इसी प्रकार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुरलीछपरा में बीएचडब्ल्यू अजय कुमार रावत, चीफ फार्मासिस्ट मनोहर प्रसाद व चतुर्थ श्रेणी कर्मी प्रेमशंकर यादव गायब मिले। सीएचसी खेजुरी में निरीक्षण के दौरान डॉ प्रशान्त व डॉ एएन शर्मा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बघुड़ी में डॉ चन्दन सिंह अनुपस्थित पाये गये। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ककरासो के औचक निरीक्षण में चिकित्साधिकारी डा. राकेश पाण्डेय सहित 10 कर्मी अनुपस्थित थे। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनाडीह में चिकित्साधिकारी डा. रामाशीष, फार्मासिस्ट महेन्द्र पाल सिंह, एलटी मनीष कुमार यादव, एएनएम संगीता व धर्मेन्द्र सिंह व अजीत पाण्डेय अनुपस्थित थे।

ग्रामीण स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल

उप जिलाधिकारी ने सीएचसी रसड़ा का निरीक्षण किया तो वहां चिकित्साधिकारी डा. ऑमिर इम्तियाज, डा. धर्मवीर सिंह, बीपीएम मिथिलेश गिरि, एसटीएस अभिमान मेहता व सुनील कुमार वर्मा, एलटी बृजेश कुमार, वार्ड बॉय मिथिलेश्वर त्रिपाठी, वीना सिंह, विपिन सिंह, मंगलदेव सिंह, विनय दुबे, राहुल सिंह अनुपस्थित पाये गये। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है। मरीज अस्पताल जाते है तो उन्हें डॉक्टर व कर्मचारी नहीं मिलते है। जिसकी वजह से उन्हें बगैर उपचार के ही अस्पताल से लौटना पड़ता है।

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