लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन एक मंडल के जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को लखनऊ मंडल के सदस्य विधान परिषद एवं विधायकों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मिलकर निकले विधायक नीरज बोरा ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हम सभी के अभिभावक हैं और विकास कार्यो को लेकर कई बिन्दुओं पर चर्चा करते रहते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने वाले जनप्रतिनिधियों में विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, विधान परिषद सदस्य संतोष सिंह, विधायक योगेश शुक्ला सहित कई चेहरे उपस्थित रहे। इस दौरान लखनऊ कैण्ट विधानसभा से जनप्रतिनिधि ब्रजेश पाठक जो उपमुख्यमंत्री भी हैं, बैठक में शामिल नहीं हुए। इसी तरह सरोजनी नगर के विधायक राजेश्वर सिंह भी लखनऊ मंडल की बैठक से गायब रहे।
बैठक से ये रहे गायब, अब विपक्ष को हमला बोलने का मिला मौका
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के बाद दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक से नदारद रहे। इससे पहले बृहस्पतिवार को केशव भी प्रयागराज मंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।इसे लेकर सियासी गलियारों में तमाम चर्चाएं हो रही हैं।
बता दें कि योगी ने बीते 20 दिन के दौरान प्रदेश के सभी 18 मंडलों के जनप्रतिनिधियों के साथ लोकसभा चुनाव के परिणामों की विस्तार से समीक्षा की है। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के कई नेताओं की बयानबाजी और गुटबाजी के बीच जारी इन बैठकों में दोनों डिप्टी सीएम की गैरमौजूदगी ने विपक्ष को राज्य सरकार पर हमला बोलने का मुफीद मौका दे दिया है।
पहले दोनों डिप्टी सीएम ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी
गुरुवार की बैठक में केशव प्रसाद मौर्या भले ही नहीं आए, लेकिन उन्होंने योगी की बैठक में आए सांसदों और विधायकों से अपने आवास पर मुलाकात की। केशव और ब्रजेश लगातार पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ सहयोगी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं, जिसे सियासी गलियारों में गुटबाजी करार दिया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि दोनों डिप्टी सीएम को सभी मंडलों की समीक्षा बैठक में न बुलाया जाना उन्हें उचित नहीं लगा। अपने-अपने मंडलों की बैठकों से उनकी दूरी की वजह यह भी हो सकती है। इससे पहले दिल्ली में भी दोनों डिप्टी सीएम ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी। वहीं योगी भी सहयोगी दलों के नेताओं से अलग-अलग मिल रहे हैं। शनिवार को नीति आयोग की बैठक में योगी और दोनों डिप्टी सीएम को भी शामिल होना है।
मुख्यमंत्री याेगी से बुढ़वल मिल चलवाने को लेकर मिले विधायक
विधायक शरद अवस्थी ने मुख्यमंत्री याेगी से मुलाकात कर क्षेत्र के कई विकास कार्यों को करवाने व बंद बुढ़वल मिल चलवाने को लेकर पत्र दिया।विधायक ने कहा कि लोधेश्वर महादेवा मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए 48 करोड़ रुपये का बजट घोषित किया गया था, लेकिन संपूर्ण धनराशि अभी नहीं मिली है, जिससे अधिग्रहण कार्य अधूरा है। शेष धनराशि दिलाने की आवश्यकता है ताकि आगे कार्य बढ़ सके।
विधायक ने कहा कि बाबा नारायण दास मंदिर से लोधेश्वर धाम महादेवा तक भक्त सड़क पर लेट कर परिक्रमा करते हुए आते हैं। यह सड़क कम चौड़ी है, जिससे दिक्क़तें होती है। इसे और सात मीटर चौड़ा कराया जाना जरूरी है। सूरतगंज से हेतमापुर तक भी सड़क सात मीटर कराई जाए। रामनगर के चंदनापुर में एक साल से आईटीआई भवन बन कर तैयार है, मगर उसे चलाया नहीं जा रहा।