लखनऊ । एकेटीयू की फर्जी मेल आईडी बनाकर मेल भेजने एवं एकेटीयू का फर्जी अथारिटी लेटर व केवाईसी प्रपत्र देकर अाधिकारिक संचालन कर्ता बनकर एकेटीयू के नाम से यूनियन बैं में खाता खुलवाकर 120 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वालों का साइबर क्राइम थाना लखनऊ ने भंडाफोड़ किया है। साथ ही सा धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी करते हुए 119 करोड़ रुपये की धनराशि संबंधित बैंक के खाते में वापस कराया गया है।

120 करोड़ की ठगी की 12 जून को दर्ज कराई गई थी सूचना

डीसीपी पूर्व ने बताया कि 12 जून को वादी बैंक प्रबंधक अनुज कुमार सक्सेना द्वारा साइबर थाना को सूचना दी गई कि यूनियन बैंक की शाखा से सौ करोड़ या उससे ऊपर की एफडी के लिए आफर लेटर लेकर एकेटीयू से संपर्क करके एकेटीयू के खाते से बैंक के खाते में 120 करोड़ जमा करवाकर बैंक व एकेटीयू की फर्जी मेल आईडी आईडी बनाकर मेल भेजने एवं एकेटी0यू का फर्जी अथारिटी लेटर व केवाईसी प्रपत्र देकर साइबर अपराधी द्वारा खुद को आधिकारिक संचालनकर्ता बनाकर एकेटीयू के नाम से बैंक खाता खुलवाकर चेक लेकर RTGS आदि के माध्यम से धनराशि स्थानान्तरित करवाकर 120 करोड़ रूपये की ठगी कर ली गयी ।

खुलासे के लिए साइबर थाना प्रभारी के नेतृत्व में गठित की गई टीम

जिस पर थाना स्थानीय पर अपराध संख्या- 87/2024 धारा 419/420/467/468/471/120 बी भा0द0वि0 व 66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत हुआ। उक्त अभियोग के अनावरण के लिए पुलिस आयुक्त लखनऊ, संयुक्त पुलिस उपायुक्त के निर्देशन में पुलिस उपायुक्त (पूर्वी),अपर पुलिस उपायुक्त (पूर्वी), सहायक पुलिस आयुक्त गोमतीनगरके कुशल पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना लखनऊ प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में अभियुक्तो की गिरफ़्तारी एवं घटना के खुलासे के लिए टीम गठित की गयी।

सात अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में मिली सफलता

प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा उच्च अधिकारीगण के निर्देशन पर सूचना तंत्र सक्रिय कर तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर अभियुक्तगणो को जनपद सूरत, अहमदाबाद, एवं लखनऊ से सात नफर अभियुक्त गिरफ्तार कर थाना साइबर क्राइम लखनऊ में सोमवार को दाखिल किया गया। इसे दौरान विवेचना प्रकाश में आये बैंक खाते जिनमें अभियुक्तो द्वारा उपरोक्त धनराशि स्थानान्तरित की गयी थी तत्परता दिखाते हुये उन खातो को फ्रीज कराया गया एवं 119 करोड़ रूपये की धनराशि सम्बन्धित यूनियन बैंक के खाते में वापस करायी गयी ।

यह रहा इनके अपराध करने का तरीका

साइबर अपराधियों द्वारा यूनियन बैंक के ब्रान्च मैनेजर का फर्जी विजिटिंग कार्ड व फर्जी मेल आईडी ubin0803448@unionbanks.co.in बनाकर अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की मेल आईडी fo@aktu.ac.in एवं AKTU की फर्जी मेल आईडी fo@aktufinance.in बनाकर बैंक की मेल आईडी ubin0803448@unionbankofindia.bank पर मेल भेजकर एकेटीयू जानकीपुरम लखनऊ के सरकारी फण्ड का एफडी कराने के नाम पर फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार करते हुये यूनियन बैंक शाखा विधानसभा मार्ग हजरतगंज लखनऊ में एफडी एकाउन्ट ओपन कराकर एकेटीयू के फण्ड को उपरोक्त बैंक के पूल एकाउण्ट में 120 करोड़ रूपये की धनराशि स्थानान्तरित करा ली गयी, जिसमें से अभियुक्तो द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से 100 करोड़ की धनराशि अन्य खातो में स्थानान्तरित कर ली गयी।

इन अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

जोशी देवेन्द्र प्रसाद प्रभाशंकर पुत्र प्रभाशंकर निवासी- 1103 साई लेक्जीरिया नियर श्रीकर विद्या स्कूल अमरौली सूरत गुजरात, पटेल उदय पुत्र हरशद भाई निवासी ए-22 भगवती फ्लैट बैजलपुर जीवराज पार्क अहमदाबाद, राजेश बाबू पुत्र मथुरा प्रसाद निवासी पानापुर खुर्द मलकादीन, हसनगंज थाना आशीवन जनपद उन्नाव, गिरीश चंद्र पुत्र सोमई राम निवासी 2/132 सेक्टर-बी मानसरोवर योजना कानपुर रोड एलडीए कालोनी बीकेटी लखनऊ, शैलेश कुमार रघुवंशी पुत्र हरिदास सिंह निवासी बी-329, सेक्टर नियर कारमेल चौराहा महानगर जनपद लखनऊ, दस्तगीर आलम पुत्र कबीर अहमद निवासी सरेसर ग्राम सलाबथ गढ, मुसाफिर खाना, जनपद अमेठी, कृष्णकान्त पुत्र हरिराम त्रिपाठी निवासी जयपुरवा, पो- गाँधीनगर, अमहट जनपद बस्ती है।

गिरफ्तारी करने वाली टीम

प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव, साइबर क्राइम थाना लखनऊ, सर्विलांस सेल कार्यालय डीसीपी पूर्वी लखनऊ, उ.नि. रवि वर्मा, साइबर क्राइम थाना लखनऊ , मुख्य आरक्षी रिजवानुल्ला अंसारी, साइबर क्राइम थाना लखनऊ , मुख्य आरक्षी पदम सौरभ, साइबर क्राइम थाना लखनऊ, मुख्य आरक्षी विवेक सिंह साइबर क्राइम थाना लखनऊ , का. विवेक यादव, साइबर क्राइम थाना लखनऊ , का. धनीश यादव, साइबर क्राइम थाना लखनऊ , का. संजय कसौधन, साइबर क्राइम थाना लखनऊ , का. नवीन राय, साइबर क्राइम थाना लखनऊ शामिल रहे।

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