लखनऊ । पहली बारिश में राम मंदिर का छत टपकने लगा है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद से ही बहस शुरू हो गई है। लोग सवालियां निशान लगाना शुरू कर दिया है। ऐसे में श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने राम मंदिर में जल रिसाव पर कहा कि मैं अयोध्या में हूं। मैंने पहली मंजिल से बारिश का पानी गिरते हुए देखा है लेकिन ऐसा अपेक्षित है, क्योंकि गुरु मंडप दूसरी मंजिल के रूप में आकाश के सामने खुला है और शिखर के पूरा होने से यह उद्घाटन ढक जाएगा। मैंने कुछ रिसाव भी देखा है।

सैंक्टम सेंटोरम में नाली बंद कर दी जाएगी

चूंकि पहली मंजिल पर यह काम प्रगति पर है, इसलिए सैंक्टम सेंटोरम में नाली बंद कर दी जाएगी क्योंकि सभी मंडपों में पानी की ढलान मापी गई है और सैंक्टम सेंटोरम में पानी को मैन्युअल रूप से अवशोषित किया जाता है। भक्त भगवान का अभिषेक नहीं कर रहे हैं, इसमें डिज़ाइन या निर्माण का कोई मुद्दा नहीं है। जो मंडप खुले हैं, उनमें बारिश का पानी गिर सकता है, इस पर बहस हुई थी लेकिन नगर वास्तु मानदंडों के अनुसार उन्हें खुला रखने का निर्णय लिया गया था।

मंदिर को वाटर प्रूफिंग का काम पूरा करने का लक्ष्य

पहली प्री-मानसून बारिश में राममंदिर की छत टपकने के सवाल पर राममंदिर के ट्रस्टी डॉ.अनिल मिश्र ने बताया कि वर्षा से रक्षा करने के लिए मंदिर के सभी सतह पर वाटर प्रूफिंग का काम चल रहा है। वर्षा शुरू होने से पहले वाटर प्रूफिंग का काम पूरा करने का लक्ष्य है। प्रथम तल पर कुछ जगहों पर होल्डिंग रखी है, सामान रखा है, वहां केवल वाटर प्रूफिंग का काम बाकी है। प्रथम तल पर 80 फीसदी वाटर प्रूफिंग का काम हो चुका है।

भाजपा ने राम मंदिर में भी घोटाला कर दिया है: अजय राय

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने पहली बारिश में अयोध्या के राममंदिर के गर्भगृह में पानी का रिसाव होने पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने राम मंदिर में भी घोटाला कर दिया है। जारी बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शहीदों का ताबूत हो या फिर भगवान का मंदिर हर जगह भ्रष्टाचार कर रही है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण अयोध्या में मिला है। पुजारी सत्येन्द्र दास ने खुद बयान दिया है कि करोड़ों की लागत से बने राम मंदिर के गर्भ गृह में पहली बारिश से पानी का रिसाव हो रहा है। इसी तरह करीब 624 करोड़ की लागत से बने राम पथ में तमाम स्थानों पर सड़क धंस गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *