एसएमयूपीन्यूज,ब्यूरो। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं। संसदीय लोकतंत्र में यह गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है।
हम सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं : पीएम
पीएम ने कहा कि आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है। पिछले 10 सालों में हमेशा एक परंपरा लागू करने की कोशिश की है क्योंकि हमारा मानना है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत की जरूरत होती है लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति सबसे महत्वपूर्ण है। हम सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं और फैसलों को गति देना चाहते हैं।
वे संसद में चर्चा और परिश्रम चाहते हैं, व्यवधान नहीं
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद है, लेकिन अब तक यह निराशाजनक रहा है। उम्मीद है कि वह अपनी भूमिका निभाएगा और लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखेगा। उन्होंने कहा कि भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है और लोग नारे नहीं, बल्कि सार्थकता चाहते हैं। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वे संसद में चर्चा और परिश्रम चाहते हैं, व्यवधान नहीं।
भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब बने प्रोटेम स्पीकर
ओडिशा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब ने आज सुबह 18वीं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। बता दें, प्रोटेम स्पीकर एक अस्थायी पद है। प्रोटेम स्पीकर की प्राथमिक भूमिका नए सदस्यों को शपथ दिलाना है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत भाजपा सांसद को प्रोटेम स्पीकर बनाया है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए सुरेश कोडिकुन्नील, थलिककोट्टई राजुथेवर बालू, राधामोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंदोपाध्याय को भी नियुक्त किया है। उन्होंने आग बताया कि भर्तृहरि महताब लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक पीठासीन अधिकारी के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।