लखनऊ । चुनावी राजनीति में सक्रिय रूप से प्रियंका गांधी की इंट्री हो गई है। चूंकि वह समय अब आ गया है। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी पहली बार चुनावी मैदान में बतौर प्रत्याशी ताल ठोकेंगीं। ये पहली बार होगा, जब अपने राजनीतिक जीवन में प्रियंका गांधी कोई चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस के थिंक टैंक ने तय कर दिया है कि राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट छोड़ेंगे और प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़ेंगी। 

2019 के आम चुनाव में प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने महासचिव बनाया और पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी। हालांकि, राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे। इसके बाद वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए तो प्रियंका गांधी के हाथ एक बार फिर से निराशा आई, कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमट गई। ऐसा लगने लगा था कि प्रियंका उत्तर प्रदेश की राजनीति को अलविदा कह देंगी। 

चुनाव परिणाम के 14 दिनों के भीतर राहुल को छोड़नी होगी एक सीट

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखेंगे और प्रियंका वाड्रा के लिए वायनाड सीट खाली करेंगे राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की तथा चुनाव परिणाम के 14 दिनों के भीतर उन्हें इनमें से एक सीट खाली करनी होगी।

खरगे ने प्रियंका गांधी के नाम की घोषणा

खरगे ने अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राहुल गांधी को रायबरेली सीट बरकरार रखनी चाहिए क्योंकि यह परिवार के करीब है। खरगे ने कहा कि हमने फैसला किया है कि प्रियंका को वायनाड से चुनाव लड़ना चाहिए। उन्होंने इस फैसले को स्वीकार करने के लिए भाई-बहन की जोड़ी को धन्यवाद दिया।चर्चा के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रियंका वाड्रा भी उपस्थित रहीं।

हम मिलकर वायनाड से किए हर वादे को पूरा करेंगे: राहुल गांधी

घोषणा के बाद, राहुल गांधी ने वायनाड के सांसद के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि मेरा रायबरेली और वायनाड के लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ता है। पिछले 5 साल मैं वायनाड से सांसद था। मुझे वहां सभी ने बहुत प्यार दिया। इसके लिए मैं सभी का दिल से धन्यवाद देता हूं। प्रियंका, वायनाड से चुनाव लड़ेंगी।

हम मिलकर वायनाड से किए हर वादे को पूरा करेंगे।वायनाड के साथ अपने निरंतर जुड़ाव को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा, “मैं वायनाड में सभी को बताना चाहता हूं कि प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने जा रही हैं लेकिन मैं वायनाड का लगातार दौरा करूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि रायबरेली और वायनाड दोनों को दो सांसद मिलेंगे।

राहुल गांधी रायबरेली सीट रखेंगे अपने पास

खरगे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम सबने बैठक में यह तय कर लिया कि राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे, क्योंकि रायबरेली पहले से भी उनके काफी नजदीक रही है। उस परिवार के साथ जुड़ाव है और पीढ़ियों से वहां से लड़ते आए हैं। इसलिए वहां के लोगों और पार्टी के लोगों का भी कहना है कि वह रायबरेली की सीट अपने पास रखें। वायनाड के लोगों का प्यार भी राहुल को मिला है। वे लोग चाहते हैं कि राहुल वायनाड में ही रहें, लेकिन कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसलिए वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी।

प्रियंका ने कहा इस फैसले से बहुत खुश हूं

बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि मैं इस फैसले से बहुत खुश हूं। वायनाड का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात होगी। मैं एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की कोशिश करुंगी। रायबरेली से मेरा पुराना रिश्ता है और मैंने रायबरेली और अमेठी के लिए काफी काम किया है। मैं भैया की मदद रायबरेली में भी करुंगी। हम दोनों वायनाड और रायबरेली में एक-दूसरे की मदद भी करेंगे।

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