लखनऊ । यूपी के झांसी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी। जिसे देखने के बाद लोगों को कलेजा कांप उठा। जिले के प्रेमनगर थानाक्षेत्र में पति ने एक ऑटो चालक ने मायके में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आई अपनी पत्नी और चार साल के बेटे की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी। 

तीनों की लाश घर में अलग-अलग जगह मिली थी। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। रविवार देर शाम तीनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पिता के विलाप को सुनकर लोगों के दिल पसीज गए। पुलिस का कहना है कि ऑटो चालक शराब पीने का आदी था।

पत्नी से आये दिन होता रहता था विवाद

पुलिस के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित पठौरिया मोहल्ला निवासी नीलेश(40) की शादी लगभग 10 साल पहले प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित नैनागढ़ में रहने वाले मोनू की बहन प्रियंका (35) के साथ हुई थी। मोनू टेंट हाउस चलाता है। नीलेश ऑटो चलाकर परिवार का गुजारा करता था। वह शराब का भी आदी था।

इसे लेकर उसका पत्नी प्रियंका से आए दिन विवाद होता रहता था।शादी के लगभग 5 साल बाद उनके परिवार में बेटे हिमांशु का जन्म हुआ। बेटा इस समय 5 साल का था। बेटे के जन्म के बाद कुछ समय तो सब ठीक चला, बाद में फिर से पति-पत्नी में झगड़े होने लगे। इसकी शिकायत प्रियंका ने कई बार अपने मायके वालों से की थी।

कार्यक्रम के दौरान ससुराल में दोनों के बीच हुआ था विवाद

प्रियंका की मां कमलेश ने बताया कि दामाद की हरकतें ठीक नहीं थीं। इसकी वजह से बेटी दो-दो महीने मायके में ही रह जाती थी।कमलेश ने बताया कि 29 मई को मोनू के बेटे प्रिंस की शादी की पहली सालगिरह थी। घर में छोटा सा कार्यक्रम रखा गया था। इसमें शामिल होने के लिए नीलेश, प्रियंका और हिमांशु 28 मई को नैनागढ़ पहुंचे थे।

समारोह में शामिल होने के बाद दोनों में वहां भी विवाद हुआ। रिश्तेदारों के समझाने पर सभी मान गए। कार्यक्रम के बाद नीलेश ससुराल में ही रुक गया।एक जून (शनिवार) को ससुराल के लोग किसी रिश्तेदारी में गए थे। सास कमलेश व उनके पति बल्लमपुर गए थे। प्रियंका का भाई, भाभी व अन्य लोग भी रिश्तेदारी में गए थे। घर पर नीलेश, प्रियंका व हिमांशु ही थे।

मंजर देखकर पुलिस वालों के भी निकल पड़े आंसू

रात लगभग 9 बजे परिवार के लोग लौटे तो देखा कि घर के दरवाजे खुले हुए थे। घर के अंदर अलग अलग स्थानों पर प्रियंका, नीलेश और हिमांशु की लाश पड़ी थी। इसके बाद परिवार ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। एसएसपी राजेश एस, प्रेमनगर थाना प्रभारी शिव कुमार सिंह राठौड़ व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।

रविवार की देर शाम मृतक नीलेश,पत्नी प्रियंका व 5 वर्षीय मासूम हिमांशु के शवों का सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में उन्नाव गेट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। चारों ओर माहौल इतना गमगीन था पुलिस के जवानों की आंखों से भी आंसू छलक पड़े।

पति ने पत्नी और बेटे की गला घोटकर की हत्या

जब अंतिम संस्कारों का दौर चल रहा था। 5 वर्षीय मासूम हिमांशु के अंतिम संस्कार का समय आया तो हिमांशु के दादा और नीलेश के पिता फफक कर रो पड़े। उन्होंने रोते हुए अपने बेटे को बद्दुआ देकर कहा कि अगर उसे मरना था तो खुद मर जाता, लेकिन मेरे नाती को तो ना मारता। उसने पूरे परिवार का खात्मा कर दिया।

यह सुनकर उपस्थित लोग भी अपने आप को रोने से रोक ना सके।एसएसपी ने बताया कि पति-पत्नी के बीच कलह थी। दोनों ने अलग-अलग रहने का फैसला लिया था। प्राथमिक जांच से पता चला है कि पति ने पत्नी और बेटे की गला घोटकर हत्या की। इसके बाद खुद भी जान दे दी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

जिस बेटे के लिए उसने मन्नतें मांगी थीं, नशे में उसी का गला दबा दिया

मायके वालों के अनुसार मंदिरों में हवन कराए, मन्नतें मांगीं… कोई ऐसा दर नहीं छोड़ा जहां संतान की चाह में प्रियंका और नीलेश से अर्जी न लगाई हो। प्रियंका जब संतान न होने के गम में रोती तो नीलेश भी परेशान हो जाता। चार साल पहले 2020 में भगवान ने दोनों की मुराद पूरी भी की। बेटे की किलकारी गूंजी तो घर भी खुशियों से भर गया।

मगर नीलेश इन खुशियों से दूर होता चला गया और शराब पीने लगा। जिस बेटे के लिए उसने मन्नतें मांगी थीं, शराब के नशे में उसी का गला दबा दिया।गुस्से और आवेश में वह इस कदर भर गया कि गला दबाते वक्त अपने जिगर के टुकड़े को तड़पते देख भी नहीं पिघला। परिजनों का कहना है शराब की लत ने एक साथ तीन जिंदगियां तबाह कर दीं।

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