लखनऊ। गोंडा लोकसभा सीट से तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सांसद बने 58 वर्षीय कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को मोदी सरकार के कैबिनेट में शामिल किया गया है। देवीपाटन मंडल को वर्ष 2009 के बाद यह पहली बार मौका मिला है, जब देवीपाटन मंडल को केंद्र सरकार में भागीदारी मिली है।गोंडा संसदीय सीट से वर्ष 2014, 2019 के बाद 2024 में लगातार तीसरी बार भाजपा के टिकट पर सांसद बने कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को प्रधानमंत्री का करीबी माना जाता है।

कीर्तिवर्धन ने बेनी प्रसाद वर्मा की पौत्री को हराया

वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोंडा में एक जनसभा को संबोधित किया था। उस समय कीर्तिवर्धन सिंह ने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नकल और गन्ना माफिया के विषय में जानकारी दी थी। इसबात का जिक्र खुद कीर्तिवर्धन सिंह अपने कई जनसभा में कर चुके हैं।कीर्तिवर्धन सिंह ने इस बार अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बेनी प्रसाद वर्मा की पौत्री श्रेया वर्मा को करीब 47 हजार मतों के अंतर से पराजित किया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार मंत्रिमंडल सचिव राजीव गौबा की तरफ से कीर्तिवर्धन सिंह को मंत्री बनने का निमंत्रण पत्र भेजा गया।

कीर्तिवर्धन सिंह के पिता आनंद सिंह भी सांसद रहे

लगातार तीसरी बार सांसद बने कीर्तिवधन सिंह का जन्म 1966 में लखनऊ के मनकापुर तालुकादारी के राजा आनंद सिंह और रानी वीणा सिंह के घर हुआ था। कीर्ति वर्धन सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की है। नवंबर 2002 को कीर्ति वर्धन सिंह की शादी हुई थी।कीर्तिवर्धन सिंह के पिता आनंद सिंह भी सांसद रहे हैं। उन्होंने 1971 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता भी। इसके बाद 1980, 1984 और 1989 के बीच हुए तीन चुनाव में भी आनंद सिंह ने लगातार जीत दर्ज की थी।

कीर्तिवर्धन ने सपा के टिकट पर पहली बार 1998 में दांव आजमाया

1991 में वह भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह से चुनाव हार गए। इसके बाद 1996 में वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन इस बार भी सफलता हाथ नहीं लगी। लगातार दो चुनाव में हार के बाद आनंद सिंह ने अपनी राजनीतिक विरासत कीर्तिवर्धन सिंह को सौंप दी। कीर्ति वर्धन सिंह ने सपा के टिकट पर पहली बार 1998 में दांव आजमाया। उस समय भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह को हराकर पहली बार कीर्तिवर्धन सिंह संसद पहुंचे थे। 2014 में कीर्ति वर्धन सिंह ने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता। इसके बाद 2019 और इस बार 2024 में जीत की हैट्रिक लगाई। लगातार तीन बार चुनाव जीतने के बाद कीर्तिवर्धन सिंह को भाजपा ने अब मंत्री पद का तोहफा दे दिया।

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