लखनऊ। काजल निषाद जहां मुस्लिम यादव व निषाद वोटों का समीकरण बनाकर मैदान मारने की फिराक में थीं, वहीं रवि किशन गोरक्षपीठ के आशीर्वाद के सहारे जीत की जुगत में लगे थे। गोरखपुर सीट पर 1991 से लेकर 2019 तक भाजपा का कब्जा रहा है। 2018 में उपचुनाव में पहली बार सपा ने भाजपा को मात दी थी। बसपा ने जावेद सिमनानी को मैदान में उतारा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर सीट से भाजपा ने सांसद रवि किशन शुक्ल (585834)को दूसरी बार मैदान में उतारा था। पार्टी का यह फैसला सही साबित करते हुए रवि किशन ने बड़ी जीत दर्ज की है। उनके सामने इंडी गठबंधन की तरफ से अभिनेत्री काजल निषाद (482308)सपा से प्रत्याशी थीं।

गोण्डा में कीर्तिवर्धन सिंह ने लगाई हैट्रिक

भारतीय जनता पार्टी ने इस बार बृजभूषण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था। कैसरगंज लोकसभा सीट पर पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर की निगाहें थी।नामांकन शुरू होने के बाद इस सीट पर बीजेपी ने करण भूषण को प्रत्याशी बनाया। सपा भी बीजेपी के प्रत्याशी का इंतजार कर रही थी। बीजेपी का प्रत्याशी घोषित होने के दूसरे दिन सपा ने यहां से भगतराम मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया था। आज आये चुनाव परिणाम में करण भूषण सिंह ने सपा प्रत्याशी को 1,48,843 मतों से पराजित किया है।

फूलपुर की सीट पर संघर्ष के बाद भाजपा का कब्जा

फूलपुर लोकसभा सीट से काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार भाजपा के उम्मीदवार प्रवीण पटेल को 34 राउंड की हुई मतगणना के दौरान 4,332 मतों से विजयी घोषित किया गया। कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गयी और जश्न मनाते हुए जुलूस निकाला।कुल 34 राउंड की हुई मतगणना में इंडी गठबंधन के अमरनाथ सिंह मौर्य को 4,48,268 मत एवं भाजपा उम्मीदवार प्रवीण पटेल को 4,52,600 मत मिले। इस प्रकार कुल 4,332 मतों से प्रवीण पटेल को विजयी घोषित किया गया। वहीं, बसपा से जगन्नाथ पाल 82,586 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे।

भदोही में तीसरी बार खिला भाजपा का कमल

पूर्वांचल में भारतीय जनता पार्टी को भले ही झटका लगा हो लेकिन भदोही में तीसरी बार कमल खिला है। यहां की जनता ने इस बार भी भाजपा को चुना है। मुस्लिम-यादव मतों के ध्रुवीकरण के बावजूद टीएमसी उम्मीदवार ललितेशपति त्रिपाठी पर भाजपा के डॉ. विनोद बिंद भारी पड़े।भाजपा को 458042 वोट मिला है। वहीं तृणमूल को 413708 जबकि बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार हरिशंकर चौहान दादा को 154207 मत मिले। करीब 44 हजार मतों से उन्होंने तृणमूल को पराजित किया।

भाजपा के डॉ.महेश शर्मा ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की

उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीटों में शामिल गौतमबुद्ध नगर से भारतीय जनता पार्टी के डॉ. महेश शर्मा ने जीत की हैट्रिक के साथ रिकार्ड तोड़ वोटों से जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, डॉ. महेश शर्मा ने अपने निकटमत प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के डॉ. महेन्द्र सिंह नागर को साढ़े पांच लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया है। बता दें, 2019 के चुनाव में गाजियाबाद से भाजपा प्रत्याशी वीके सिंह ने 501,500 वोटों के अंतर से प्रदेश में सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी।

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