लखनऊ। लखनऊ में मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने विहिप कार्यकर्ता मोहन स्वरुप प्रकरण में पत्रकार वार्ता की। डॉ. राकेश कपूर ने कहा कि आईजीआरएस पर शिकायत में मेदांता अस्पताल पर लगाए गए आरोप गलत है। अस्पताल पर गलत तरीके से फीस वसूलने और अनावश्यक इलाज प्रक्रिया बताने का आरोप लगाना पूरी तरह से गलत है।डॉ. कपूर ने बताया कि मरीज मोहन स्वरूप भारद्वाज को दिल की समस्या थी और उनकी पत्नी उन्हें हॉस्पिटल लेकर आईं थीं।

सीने में दर्द होने की शिकायत पर मरीज को लेकर आये थे अस्पताल

अस्पताल में जांच के बाद पता चला कि उनकी हृदय धमनियों में समस्या है। मरीज के आरोप निराधार हैं और हॉस्पिटल ने मरीज का इलाज सभी मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया। हमारे पास सबूत है।उन्होंने कहा कि मरीज के सीने में तेज दर्द होने पर उनके परिजन मरीज को लेकर मेदांता अस्पताल आए। ईसीजी और इकोकार्डियोग्राम जांच में तीव्र हार्ट अटैक के प्रमाण मिले। एंजियोग्राफी में दाहिनी कोरोनरी आर्टरी में सौ प्रतिशत रुकावट पाई गई।

किसी भी प्रकार की अनैतिक वित्तीय मांग नहीं की गई

मरीज की पत्नी को एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता के बारे में बताया गया था। उन्हें प्रक्रिया के जोखिम और लाभों के बारे में भी समझाया गया था। किसी भी प्रकार की अनैतिक वित्तीय मांग नहीं की गई।उन्होंने कहा कि मरीज की पत्नी स्थिति की गंभीरता को नहीं समझी और उन्होंने प्रक्रिया के लिए मना कर दिया। बाद में मरीज को लेफ्ट अगेंस्ट मेडिकल एडवाइस डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल परिसर में डाक्टरों और स्टॉफ द्वारा मरीज और उसके परिजनों से विनम्रता से पेश आया गया है।

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