लखनऊ । राजधानी में सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे के हत्याकांड का खुलासा होने के बाद अब पकड़े गए तीनों आरोपी एक-एक करके अपना सारा राज खोल रहे है। पूछताछ में अब पता चला कि हत्या करने के बाद दौरान जब आरोपी अभिषेक और रंजीत ने मोहिनी देवी पर हमला बोला और गला दबाया तो वह उन दोनों से यही विनती करती रही कि हमने आप लोगों को खिलाया पिलाया है। घर में जो भी रखा है ले लीजिए, पर जान बक्स दीजिए। मोहिनी दुबे के मुंह से यह बात सुनने के बाद भी दोनों आरोपियों का दिल नहीं पसीजा और मौत होने तक वार करते रहे।
हत्या करने के बाद अखिलेश ने खुद पुलिस चौकी जाकर दी सूचना
इस पूरी वारदात सबसे चौकाने वाली बात यह रही कि हत्या करने बाद से वह पुलिस के सामने ही रहे। यहां तक कि मास्टरमाइंड और मोहिनी का गला कसने वाले अखिलेश ने खुद चौकी में जाकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने कदम-कदम के सीसीटीवी फुटेज जुटाकर और नीले रंग (एक ही कंपनी की) की एक हजार स्कूटी की पड़ताल कर कातिलों को बेनकाब कर दिया। हालांकि पुलिस सुराग न लगा सके। इसके लिए इन हत्यारोपियों से जितना हो सका उतना किया लेकिन उसमें नाकाम रहे।
वारदात के दौरान मोबाइल का नहीं किया गया इस्तेमाल
डीसीपी नॉर्थ अभिजीत आर शंकर के अनुसार आरोपियों ने वारदात के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया। अखिलेश ने अपना मोबाइल घर पर छोड़ दिया था। रंजीत का मोबाइल उसकी पत्नी इस्तेमाल कर रही थी। जिससे जब उनकी लोकेशन देखी जाए तो पुलिस को संदेह न हो।
वारदात को अंजाम देने के बाद अखिलेश और रंजीत सीधे अपने घर पहुंचे थे। इधर रवि ने जब अखिलेश को सूचना दी तो वह ऊपर वाली सफेद टी-शर्ट निकालकर मौके पर पहुंचा था। इसलिए घटनास्थल पर वह नीली टी-शर्ट में था। इससे अगर वह कहीं फुटेज में कैद हो तो पहचान न हो सके। तीनों में से कोई भी घर छोड़कर नहीं भागा। घटना की सूचना पर अखिलेश तुरंत मौके पर पहुंचा था।
पोस्टमार्टम से लेकर अस्थि विसर्जन तक रहा साथ
देवेंद्र गोल्फ खेलने के बाद ड्राइवर रवि के साथ घर पहुंचे थे। मोहिनी को मृत पड़ा देखकर रवि ने सबसे पहले भाई अखिलेश को फोन कर बुलाया था। अखिलेश ने मौके पर पहुंचकर 112 डायल किया। जब कॉल नहीं लगी तब रिंग रोड पुलिस चौकी पर पहुंचकर सूचना दी थी। यही नहीं, पोस्टमार्टम कराने से लेकर अस्थि विसर्जन तक में अखिलेश व रवि शामिल रहे। इतना ही नहीं हत्या के बाद घर पहुंचने पर खूब फूट फूटकर राेया। ताकि देवेंद्र और पुलिस को शक न हो।
पहचान को छिपाने के लिए मोड़ दिया था स्कूटी का नंबर प्लेट
वारदात के लिए जब दोनों आ रहे थे तब रास्ते में स्कूटी की नंबर प्लेट मोड़ दी थी। इससे फुटेज में वह न दिखे। नंबर प्लेट मोड़ते हुए फुटेज पुलिस को मिला है।जब पुलिस ने फुटेज देखी तो सबसे पहले स्कूटी पर दो युवक दिखे। दोनों हेलमेट लगाए थे। नीले रंग की स्कूटी की कंपनी का नाम साफ दिखा। उस कंपनी से हाल में बेची गई नीले रंग की स्कूटी की संख्या व विवरण मांगा। कंपनी ने एक हजार स्कूटी की डिटेल दी।
इधर पुलिस ने फुटेज से आधा अधूरा नंबर चिह्नित किया। एक-एक कर आखिर में तीन स्कूटी चिह्नित की। इसमें एक कैंट घोसियाना के पते पर थी। जो रंजीत के नाम पर थी।पुलिस रंजीत नाम के शख्स के बारे में जानकारी जुटा ही रही थी कि तभी एक और फुटेज सामने आया जिसमें स्कूटी पर बैठे पीछे वाले बदमाश ने हेलमेट उतार रखा था। पुलिस ने इस फुटेज की तस्दीक रंजीत नाम के शख्स से कराई। जो पुख्ता निकली।
रंजीत के भाई को उठाकर कड़ाई से पूछा तो उगल दिया सारा राज
पुलिस को जब साफ हो गया कि स्कूटी रंजीत की थी और फुटेज में वही था। तब कॉल डिटेल निकाली। पता चला कि घटना के वक्त उसका मोबाइल घर पर ही था। इससे कुछ शक हुआ। जानकारी मिली कि रंजीत का भाई चोरी में जेल जा चुका है। तब पुलिस ने उसको उठाया। उसने कहा कि घटना में वह नहीं रंजीत है। तब पुलिस ने रंजीत को उठा लिया। उसने पूरी वारदात कुबूल ली।
आखिर में अखिलेश व रवि को भी गिरफ्तार किया।जब सुबह सात बजे रवि कार से देवेंद्र को लेकर गोल्फ खेलने के लिए ले जा रहा था तो सोसाइटी के बाहर ही अखिलेश व रंजीत खड़े थे। फुटेज में देखा तो कार को देखकर अचानक से वह दोनों सक्रिय हो गए। तुरंत सोसाइटी की तरफ चले गए। ऐसा लगा कि उनको कुछ इशारा किया गया है। इससे बेहद अहम सुराग लगा था।
पिछले शनिवार की सुबह बदमाशों ने हत्या के बाद की थी लूटपाट
जानकारी के लिए आपको बता दें कि लखनऊ के इंदिरानगर के सेक्टर-20 में शनिवार सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूटपाट की थी। देवेंद्र गोल्फ खेलकर घर पहुंचे तो पहली मंजिल पर पत्नी का शव पड़ा देखा। दुपट्टे से गला कसा था और सिर पर भारी चीज से वार किया गया था।पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने छानबीन की। वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों को लगाया गया था। सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पहली पत्नी मीना का निधन हो चुका है।