लखनऊ । भीषण गर्मी के चलते लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। चूंकि हर दिन चढ़ता पारा और चिलचिलाती धूप के साथ भीषण गर्मी ने अपने सभी रिकार्ड को तोड़ दिया है। यही वजह है कि मंगलवार को यूपी में मई में अब तक सबसे गर्म रहा। एक साथ गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़े। झांसी में पारा 49 डिग्री पहुंच गया, आगरा में दिन का तापमान 48.6 डिग्री रहा और वाराणसी का पारा 47.6 डिग्री रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, इससे पहले ये तीनों ही शहर मई माह में इतने गर्म कभी नहीं रहे। झांसी तो गर्मी के मौसम में कभी भी इतना गर्म नहीं रहा।
इन जिलों में गर्मी ने कई सालों का तोड़ा रिकार्ड
वहीं हमीरपुर में दिन के पारे ने मई 2005 की बराबरी की और यहां पर अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, झांसी के 1892 से मौसम का रिकार्ड उपलब्ध है। वहीं आगरा के मौसम का रिकार्ड 1884 यानी 140 वर्षों का रिकार्ड है, जबकि वाराणसी का 1977 यानी 47 वर्षों का रिकार्ड उपलब्ध है। जिन तीनों शहरों में आज तापमान का रिकार्ड टूटा है, वहां इतने वर्षों में इतना गर्म कभी रहा ही नहीं। इन जिलों में जैसे आसमान से आग बरस रही थी। इस भीषण गर्मी में बिजली भी साथ नहीं दे पा रही है। चूंकि ट्रांसफार्मर भी फुंक जा रहे है। कूलर से भी लोगों को घरों में राहत नहीं मिल पा रही है
गर्म हवा के चलते तप रहा प्रदेश
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, ऊपरी क्षोभ मंडल में प्रति चक्रवात सक्रिय है। राजस्थान व पाकिस्तान तप रहे और वहां से गर्म हवा का असर प्रदेश को तपा रहा है। इसी तरह इस वक्त सूर्य धरती के सबसे करीब है, बादल हैं नहीं, इसके कारण सूर्य की किरणें सीधी पड़ रही हैं। अलनीनो प्रभाव गर्मी बढ़ा रहा है। इसी के कारण प्रति चक्रवात यानी एंटी साइक्लोन की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में इस तरह के मौसम में बहुत सावधान रहने की जरूरत है।
इन जिलों को किया गया अलर्ट
मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में भीषण लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी व आसपास भी लू को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।प्रतापगढ़, चंदौली, फर्रूखाबाद, उन्नाव, रायबरेली, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, कासगंज व आसपास के इलाकों में भी लू चल सकती है।
एक जून से लू से मुक्ति मिलने के आसार
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, बुधवार को ऐसे ही हालात रहने के आसार हैं। बृहस्पतिवार से पुरवा हवा का प्रभाव बढ़ने से पछुआ हवा का असर कम होगा। बादलों की आवाजाही शुरू होगी। तराई वाले इलाकों, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन आदि मंडलों के आसपास बारिश शुरू हो सकती है। इससे कुछ राहत मिलेगी। एक जून को प्रदेश से लू से मुक्ति मिलने के आसार हैं। यह यूपी में रहने वालों के लिए राहत भरी खबर है।