लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को 1.52 कुन्तल गांजा (अनुमानित मूल्य लगभग 38 लाख रुपए) के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम राम सिंह पुत्र छेदी लाल सिंह, धर्मवीर सिंह पुत्र हरेन्द्र पाल सिंह है। एसटीएफ को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।
एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश
उक्त निर्देश के क्रम में शैलेश प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज के पर्यवेक्षण में जानकारी एकत्र की जा रही थी। इसी क्रम में टीम को ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की व्यापक स्तर पर तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य उड़ीसा से डीसीएम अशोक लीलैण्ड नंबर यूके 4 सीसी 0626 में अवैध मादक पदार्थ (गांजा) लोड करके मीरजापुर होते हुए कानपुर नगर जाने वाले है। इस सूचना पर उपनिरीक्षक रणेन्द्र कुमार सिंहके नेतृत्व में टीम द्वारा सोनभद्र-वाराणसी हाईवे पर अहरौरा टोल प्लाजा, थाना क्षेत्र अहरौरा जनपद मीरजापुर के पास उक्त ट्रक को रोककर तलाशी ली गयी तो नारियल के बीच में भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ (गांजा) छिपाकर रखा हुआ पाया गया, जिस पर दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उड़ीसा से गांजा लाकर यूपी के विभिन्न जनपदों में करते थे सप्लाई
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि उनका अवैध मादक पदार्थ तस्करी का सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिये रायगढ़ा (उड़ीसा) राज्य से गांजा लाकर यूपी के विभिन्न जनपदों में ऊँचें दामों में बेचता है। इस गिरोह में कानपुर नगर निवासी शिशुपाल सिंह भी शामिल है, जिसके साथ मिलकर यह लोग कई वर्षों से अवैध गांजे की तस्करी करते है। इस काम में जो भी मुनाफा होता है वह आपस में बांट लेते है। यह लोग कुछ दिन पहले कानपुर नगर से ट्रान्सपोर्टेशन का सामान लेकर उड़ीसा गये थे और वहां से कानपुर के किसी व्यापारी का नारियल लोड किये थे। इसके पूर्व भी इनके द्वारा कई बार उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में गाँजा सप्लाई किया जा चुका है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना अहरौरा, जनपद मिजार्पुर में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।