लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएफ और ठाणे मुम्बई क्राइम ब्रांच पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से वाराणसी और आजमगढ़ में छापेमारी कर अन्तर प्रांतीय स्तर पर सिंथेटिक ड्रग्स तस्करी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को दबोच लिया। तस्करों के पास से भारी मात्रा में तैयार सिंथेटिक ड्रग्स , 20 किग्रा सिंथेटिक ड्रग्स बनाने के केमिकल (कुल अनुमानित मूल्य लगभग 20 करोड़ 18 लाख रुपये) पुलिस टीम ने बरामद कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम संदीप तिवारी, ललित पाठक, अनिल जायसवाल, निलेश पाण्डेय, विजय पाल,बिन्दु पटेल है। इसमें तीन वाराणसी, एक जौनपुर और एक महाराष्ट्र और एक गुजरात के रहने वाले हैं।

एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश

एसटीएफ के अफसरों के अनुसार विगत काफी दिनों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले अपराधियों/तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी। एसटीएफ की टीम तस्करों के बारे में जानकारी जुटा रही थी। इसी दौरान ठाणे (महाराष्ट्र) क्राइम ब्रान्च पुलिस टीम ने एसटीएफ से सम्पर्क कर वांछित ड्रग्स तस्करों के जनपद वाराणसी व इसके आस-पास के जनपदों में लुकछिप कर रहने की सूचना साझा की।

टीम ने बताया कि तस्कर वाराणसी से सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर महाराष्ट्र में ले जाकर बेच रहे थे। इस सूचना पर वाराणसी की एसटीएफ इकाई ने 16 मार्च को ठाणे पुलिस के साथ वाराणसी के थाना सिन्धोरा भगवतीपुर (मझवां) में सिन्थेटिक ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश कर दो तस्करों को पकड़ा था।

एसटीएफ ने पहले चार को दबोचा फिर दो को

इस गिरोह के अन्य सदस्य जनपद आजमगढ़ के बरदह में सुप्रिया मोबाइल सेण्टर के अन्दर सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार करने लगे। एसटीएफ टीम ने मुम्बई पुलिस के साथ मिलकर बरदह में बुधवार को छापेमारी कर चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। चारों से पूछताछ के बाद वाराणसी के थाना बडागांव औसानगंज से गिरोह के दो सदस्यों संदीप तिवारी एवं ललित पाठक को भी दबोच लिया। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि ड्रग्स के लिए केमिकलों को सही अनुपात में मिलाने का काम संदीप तिवारी, विजय पाल एवं बिन्दू पटेल करते है। संदीप तिवारी ने ही विजय पाल और बिन्दू पटेल को केमिकल मिक्स करने का काम सिखाया था।

सुप्रिया मोबाइल शाप के अन्दर तैयार हो रहा था सिंथेटिक्स ड्रग्स

ओम गुप्ता उर्फ मोनू गुप्ता नगर नाला सोपारा मुम्बई (महाराष्ट्र) के सहयोगी अनिल जायसवाल व निलेश पाण्डेय सिंथेटिक ड्रग्स तैयार करने के लिये वापी (गुजरात) के केमिकल लैब की दुकानों से अवैध तरीके से कैमिकल प्राप्त कर विजय पटेल व बिन्दू पटेल को ड्रग्स तैयार करने के लिए उपलब्ध कराते हैं।

इसके उपरान्त बरदह आजमगढ़ में सुप्रिया मोबाइल शाप के अन्दर सिंथेटिक्स ड्रग्स तैयार किया जाता है। सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार होने के उपरान्त महिला साथी (तस्कर) सेमी उर्फ सविता श्यामलाल सरकार जो सेन्ट्रल मुम्बई में रहती है, वह फ्लाइट से आती है और तैयार ड्रग्स को 08 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब खरीदकर ले जाती है।

जमानत से छूटने के बाद दोबारा करने लगे सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी

अभी विगत चार दिन पहले 2.5 किग्रा सिन्थेटिक ड्रग्स लेकर गयी है और इसका पैसा मुम्बई में ही अनिल जायसवाल के भाई दिलीप जायसवाल को सेण्ट्रल मुम्बई में कैश में दिया है। सेमी उर्फ सविता ने 05 किग्रा सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार कर उपलब्ध कराने के लिये एडवांस पैसे दी है। एसटीएफ के अफसरों के अनुसार संदीप तिवारी अपने चार साथियों के साथ पहले भी गिरफ्तार हुआ था। जमानत पर छूटने के बाद पुनः सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी करने लगा। अफसरों के अनुसार गिरफ्तार तस्करों को मुम्बई पुलिस ट्रांजिट रिमाण्ड पर ले जाएगी।

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