लखनऊ । यूपी में पुलिस भर्ती व आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ हो गया है। यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी देते हुए कहा कि पेपर लीक मामले में अब तक 396 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि पुलिस भर्ती में पेपर ट्रांसपोर्ट करने वाली एजेंसी के कर्मचारियों शिवम गिरी, रोहित पांडेय व अभिषेक गुप्ता की मदद से पेपर लीक किया गया था।

इसका पेपर अहमदाबाद से लीक हुआ था। मामले के तीन प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मास्टर माइंड की तलाश जारी है। गाजियाबाद से तीन आरोपी गिरफ्तार हैं। चौथे आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जो पटना में डॉक्टर है। इस गैंग ने सीधे ट्रांसपोर्ट कंपनी से कॉन्टेक्ट किया, जिसके जरिए पेपर छपकर आने थे।

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 17-18 फरवरी को हुई थी

डीजीपी ने बताया कि इन कर्मचारियों ने शील्ड बॉक्स को तोड़ने के लिए पटना से स्पेशलिस्ट को बुलाया। बॉक्स तोड़ने के बाद पेपर निकालकर फोटो खींचे और नकल माफिया को भेज दिया। एसटीएफ ने ट्रांसपोस्ट कंपनी के दो कर्मचारियों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने पटना के डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

डीजीपी ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 17-18 फरवरी को हुई थी। पेपर लीक होने पर सीएम योगी ने परीक्षा का रद्द कर दी और परीक्षा को छह महीने के अंदर कराने का निर्देश दिया है। डीजीपी ने बताया कि पेपर लीक का मास्टरमाइंट राजीव नयन अभी फरार है। यह आरओ-एआरओ पेपर लीक में शामिल था।

पेपर की छपाई अहमदाबाद में एक प्रेस में हुई

डीजीपी ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर की छपाई अहमदाबाद में एक प्रेस में हुई। छपे पेपर यूपी भेजने के लिए ट्रांसपोर्ट कॉपरेशन आॅफ इंडिया टीआईसी को ठेका दिया गया। टीआईसी में काम करने वाले शिवम गिरि और रोहित पांडेय नकल माफिया से मिल गये। पहले टीसीआई में काम कर चुका प्रयागराज का अभिषेक भी नकल माफिया गैंग में था। अभिषेक ने शिवम और रोहित से संपर्क किया और पेपर आउट कराने के बदले उन्हें पैसे देने का आफर दिया।

ट्रेनिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात अंकित मिश्रा से हुई

अभियुक्त अभिषेक शुक्ला पूछताछ में बताया कि वह बीएससी पास है। वर्ष-2021 में टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में ट्रेनिंग एक्जीक्यूटिव के पद पर ज्वाइन किया था। ट्रेनिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात अंकित मिश्रा नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसका कन्सलटेन्सी का कार्यालय भोला हास्पिटल प्रयागराज के सामने था। अंकित मिश्रा ने अभिषेक शुक्ला की जान पहचान रवि अत्री निवासी नीमका जनपद गौमतबुद्धनगर नामक व्यक्ति से कराई थी।

अभिषेक ने छह माह बाद टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी छोड़ दिया था। टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में नौकरी के दौरान ही अभिषेक शुक्ला की मुलाकात वहां काम करने वाले शिवम गिरि पुत्र अचलगिरि निवासी रामगढवा गनौरा जनपद मिर्जापुर से हुई।

इन प्रकार से हुई तीनों की आपस में मुलाकात

अभियुक्त शिवम गिरी ने पूछताछ में बताया कि जब वह वर्ष-2020 में टीसीआई एक्सप्रेस (ट्रान्सपोर्ट कार्पोरेशन आफ इण्डिया प्रा.लि.) कम्पनी दिल्ली में करीब 10-11 माह काम किया। दिसम्बर-2020 को उसका ट्रान्सफर खेडा वेयर हाउस अहमदाबाद हो गया। जहां उसकी मुलाकात अभिषेक शुक्ला व रोहित पाण्डेय से हुई। अभियुक्त रोहित कुमार पाण्डेय उपरोक्त ने पूछताछ में बताया कि उसने बीएससी कानपुर यूनिवर्सिटी से किया है।

नवंबर-2021 में टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में नौकरी ज्वाइन किया था। काम करने के दौरान करीब दो महीने बाद उसकी मुलाकत उसी कम्पनी में काम करने वाले शिवम गिरि से हुई। अभिषेक शुक्ला से रोहित पाण्डेय की मुलाकात शिवम गिरि के माध्यम से हुई थी।

तीनों आपस में परिचित होने के कारण घटना को दिया अंजाम

अभियुक्त अभिषेक शुक्ला, शिवम गिरि एवं रोहित पाण्डेय तीनों टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी में एक साथ काम किये थे जो आपस में एक दूसरे से भली भॉति परिचित थे, जिस कारण पेपर लीक प्रकरण में एक साथ मिलकर घटना को अन्य लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिये। रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला से टीसीआई कम्पनी में पेपर आने की बात बतायी थी फिर अभिषेक शुक्ला ने शिवम गिरि उपरोक्त से प्रेस में कोई भी मेटीरियल या पेपर कम्पनी में आने पर उसे बताने को कहा था।

रवि अत्री ने पेपर आउट कराने में 5 लाख रूपये तथा सभी काम सकुशल पूर्ण होने के बाद 15 से 20 लाख रूपये देने को कहा था साथ ही रवि अत्री ने यह भी कहा था कि यदि शिवम गिरि के साथ कोई और व्यक्ति भी पेपर आउट कराने में उसकी मद्द करेगा तो उसे भी पांच लाख रूपये दिये जायेगें।

चार फरवरी को शिवम ने बॉक्स की फाेटो खींचकर भेजा था

शिवम गिरि ने अभिषेक शुक्ला को कॉल करके बताया था कि शायद यूपी पुलिस का माल आया है। अभिषेक शुक्ला ने यह बात रवि अत्री को बतायी तो रवि अत्री ने उससे कहा कि शिवम गिरि से कहकर बॉक्स की फोटो मंगवा लो। तीन फरवरी को अभिषेक शुक्ला अहमदाबाद चला गया था और रवि अत्री भी दिल्ली से अहमदाबाद आ गया था। चार फरवरी को शिवम गिरि ने ट्रंक बॉक्स की फोटो खीचकर अभिषेक शुक्ला को भेजी तब अभिषेक ने उस फोटो को रवि अत्री को भेजा था।

रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला के सामने राजीव नयन मिश्रा निवासी ग्राम-धर्मपुर शुकुलपुर मेजा प्रयागराज जो वर्तमान में भोपाल में रहते है, को कॉल करके सारी बाते बताई और बॉक्स की फोटो भेजी थी।इसके बाद रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला की बात राजीव नयन मिश्रा से कराई, तब राजीव नयन मिश्रा ने उससे कहा कि किसी भी तरफ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर निकलवाओ।

पटना से बुलवाया बॉक्स खोलने के एक्सपर्ट को

रवि अत्री व राजीव नयन मिश्र ने अभिषेक से कहा था कि यह काम हो गया तो तुम्हें इतना पैसा मिलेगा कि जीवन में और कुछ करने की जरूरत नहीं होगी साथ में सरकारी नौकरी भी लगवाने की बात कही थी। पांच फरवरी को राजीव नयन मिश्रा भोपाल से अहमदाबाद पहुंचा और राजीव नयन मिश्रा ने तीन लाख रुपये शिवम गिरि के खाते में डाले।

पांच फरवरी को ही रवि अत्री ने पटना के रहने वाले डाॅ. शुभम मण्डल निवासी पटना बिहार जो बाक्स खोलने में एक्सपर्ट था, को कॉल करके सारी बाते बताई और उसको अहमदाबाद आने के लिये कहा था जो दिनांक 5 फरवरी 2024 को ही रात्रि में करीब साढ़े बजे प्लाईट से अहमदाबाद पहुंच गया था।

परीक्षा के दो कोड के पेपर निकालकर फोटो खीच ली

डीजीपी ने बताया कि अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री तथा राजीव नयन मिश्रा एयरपोर्ट से डा. शुभम मण्डल को लेकर रात्रि में ही करीब साढ़े बजे टीसीआई कम्पनी में पहुंचे जहां पर शिवम गिरि और रोहित कुमार पाण्डेय मौजूद थे।राजीव नयन मिश्रा ने डा. शुभम मण्डल को अपना फोन दिया और शिवम गिरि के साथ जाकर पेपर का फोटो खीच लेने को कहा जिस पर शिवम गिरि के साथ डाॅ. शुभम मण्डल और रोहित कुमार पाण्डेय टीसीआई कम्पनी के अन्दर गये ।

डाॅ. शुभम मण्डल द्वारा ट्रंक बॉक्स को पीछे से खोलकर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दो कोड के पेपर निकालकर फोटो खीच ली। पेपर की फोटो खीचने के बाद अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री, डा.शुभम मण्डल एवं राजीव नयन मिश्रा दशमेश होटल चले गये थे तथा शिवम गिरि व रोहित कुमार पाण्डेय जो टीसीआई कम्पनी के मेस में ही रूक गये थे।

आठ फरवरी को फिर से डॉ. शुभम को बुलाया अहमदाबाद

सात फरवरी 2024 को भी एक कोड का प्रश्न-पत्र और आया, जिसकी जानकारी शिवम गिरि ने अभिषेक शुक्ला को दी जिसे अभिषेक शुक्ला ने राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री को बताया था। आठ फरवरी को रवि अत्री ने फिर से डा. शुभम मण्डल व राजीव नयन मिश्र को दोबारा अहमदाबाद बुलाया और राजीव नयन मिश्रा ने अपना मोबाईल फोन डा0 शुभम मण्डल को देकर कहा था कि शिवम गिरि के साथ जाकर उक्त परीक्षा के पेपर की फोटो खीच लो।शिवम गिरि के साथ डा0 शुभम मण्डल और रोहित पाण्डेय टीसीआई कम्पनी के अन्दर गये थे तथा डाॅ. शुभम मण्डल द्वारा ट्रंक बॉक्स पीछे से खोलकर यूपी पुलिस का एक कोड का पेपर निकालकर फोटो खीची थी।

गिरफ्तार चिकित्सक से पुलिस कर रही पूछताछ

आठ फरवरी 2024 की सुबह डाॅ शुभम मण्डल फ्लाईट से पटना चला गया था और राजीव नयन मिश्रा उपरोक्त परीक्षा के प्रश्न-पत्र के चौथे कोड के इंतजार में रूके थे, किन्तु चौथे कोड का प्रश्न-पत्र नहीं निकल पाया था।राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री ने उक्त यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा-2024 के प्रश्न-पत्र को विक्रम पहल, मोनू ढाकला, विक्रम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक), नीटू निवासी वाजिदपुर, जनपद बागपत, धीरज उर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) आदि को दिया था।शुभम मण्डल पेशे से डाक्टर है, जिससे एसटीएफ द्वारा पूछताछ की जा रही है।

राजीव ने वर्ष-2021 में यूपी टीईटी का पेपर लीक कराया था

राजीव नयन मिश्रा ने वर्ष-2021 में यूपी टीईटी का पेपर लीक कराया था। तत्समय एसटीएफ यूपी द्वारा मु0अ0सं0 मु0अ0स0ं 522/2021 धारा 420, 467, 468, 471 भादवि व 66डी आईटी एक्ट थाना कोखराज कौषाम्बी में पंजीकृत कराकर जेल भेजा गया था। राजीव नयन मिश्रा ने वर्ष 2023 में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा, मध्यप्रदेश का पेपर लीक कराया था।

जिसके सम्बन्ध में मु0अ0सं0 15/23 ग्वालियर क्राईम ब्रान्च पर पंजीकृत हैं, जिसमें यह जेल जा चुका हैं।रवि अत्री ने एमबीबीएस किया हैं तथा इसने वर्ष 2015 में ।प्च्डज् संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा, मध्यप्रदेश का पेपर लीक कराया था जिसके सम्बन्ध में अ0सं0 110/15 धारा 420/120बी भादवि व 66 आईटी एक्ट थाना पीजीआईएमएस रोहतक हरियाणा पर पंजीकृत हैं।

पुलिस कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का करेगी काम

गिरफ्तार उपरोक्त अभियुक्तों को थाना कंकरखेड़ा, जनपद मेरठ में पंजीकृत मु0अ0सं0 166/2024 धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि व 3/4/7/8/9 सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधि0 में दाखिल किया गया है। उक्त मुकदमें की विवेचना एसटीएफ उ0प्र0 की जा रही है। जनपद-वाराणसी, झॉसी, आगरा, कानपुर, बरेली, गाजियाबाद, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, हाथरस, नोएडा, बलिया में पेपर लीक से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना में एसटीएफ यूपी द्वारा तकनीकी एवं अपेक्षित सहयोग किया जा रहा है। डीजीपी ने बताया कि इन अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इसके लिए पुलिस विभाग की तरफ से प्रयास किया जाएगा।

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